मेरठ। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र में पांच लोगों की सामूहिक हत्या से पूरे मेरठ में फैली सनसनी। गुरुवार को हुए इस हत्याकांड को बेहद ही क्रूरता से अंजाम दिया गया था। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के 15 फुटा रोड निवासी नजराना ने बताया कि आसमा उसकी जेठानी थी। उसके जेठ मूल रूप से रुड़की के पुसाना गांव के रहने वाले थे। जेठ की शादी लगभग 10 वर्ष पूर्व हापुड़ निवासी आसमा से हुई थी। गांव की जमीन बेचकर उन्होंने लगभग एक साल पूर्व 15 फुटा रोड पर प्लॉट लिया था। लगभग डेढ़ महीना पूर्व ही उन्होंने मकान बनाना शुरू किया था। पड़ोस में ही उनके मकान पर कुछ दिन पूर्व लेंटर डला था। परिवार में बड़ी बेटी नौ वर्षीय अक्शा, तीन वर्षीय अजीजा व छोटी बेटी एक वर्षीय बेटी अलीजबा थी। नजराना के अनुसार बुधवार शाम वह परिवार के पास हाल-चाल जानने के लिए गई थी और फिर लौट आई। इस दौरान सभी बच्चे खुश नजर आ रहे थे। लगभग आधा घंटा परिवार के पास रहने के बाद वह घर आ गई थी। गुरुवार सुबह उठी तो देखा कि मकान पर ताला लगा हुआ है। जब देर शाम तक मकान का ताला नहीं खुला तो परिजनों को चिंता हुई थी। जिसके बाद परिजनों ने छत से जाकर देखा तो घर के अंदर लाशे बिखरी हुई थी। अंदर का नजारा देखकर परिजनों के होश उड़ गए थे। परिवार के शव पोस्टमार्टम पर भेजने के बाद पुलिस ने मोईन के 20 परिवार के लोगों से पूछताछ की है। पुलिस का अंदेशा कि परिवारिक विवाद में हत्या का कारण हो सकता है। देर रात पुलिस ने पांचों शव के पोस्टमार्टम कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी। मेडिकल, लिसाड़ीगेट, लोहियानगर व नौचंदी थाना पुलिस की ड्यूटी लगा दी है। हापुड़ में रहने वाला आसमा का भाई शफीक भी देर रात बदहवास हालत में मौके पर पहुंचा। उसने बताया कि आसमा की यह दूसरी शादी थी। पहले पति से उसकी कोई औलाद नहीं थी। तीनों बेटियों से घर चहकता रहता था। यह घटना गुरुवार देर रात सामने आई। शुक्रवार को जैसे ही लोगों को इसकी जानकारी हुई तो समाजसेवी और जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी। वहीं सपा विधायक अतुल प्रधान मेडिकल मोर्चरी पहुंचे, जहां उन्होंने परिजनों से बातचीत की।