विशेष संवाददाता
साबरमती: उमेश पाल हत्याकांड में अब एक नया मोड़ आ गया है. इस हत्याकांड का प्रमुख आरोपी माफिया अतीक अहमद, जो गुजरात की साबरमती जेल में बंद है. उसे यूपी एसटीएफ रविवार को लेने जेल पहुंची हुई है. इस एसटीएफ टीम की जिम्मेदारी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से जाने जाने वाले अनंत देव तिवारी को दी गई है.
ये वही अनंत देव तिवारी हैं. जो कानपुर के बिकरू कांड के आरोपी विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाने की जिम्मेदारी दी गई थी. कानपुर के नजदीक ही विकास दुबे की गाड़ी पलट गई थी. विकास दुबे की भागने की कोशिश के दौरान 10 जुलाई, 2020 को उसका एनकाउंटर कर दिया गया था.
माफिया का परिवार काफी डरा हुआ
उमेश पाल हत्यकांड में हो रही कार्रवाई के बीच अनंत देव तिवारी को 5 मार्च, 2023 को यूपी एसटीएफ का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है. अनंत देव तिवारी को मिली नई जिम्मेदारी के बाद से ही माफिया अतीक अहमद का परिवार काफी डरा हुआ है. माफिया के परिवार को आशंका है कि विकास दुबे की तरह ही अतीक अहमद का भी एनकाउंटर किया जा सकता है.
मायावती ने भी एनकाउंटर की जताई आशंका
पिछले दिनों बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इस बात की आशंका जताई थी कि योगी सरकार कभी भी अतीक अहमद का एनकाउंटर करा सकती है. इसके साथ ही बीजेपी के नेताओं ने भी अतीक अहमद के एनकाउंटर किए जाने की बात कही थी. वहीं, अब रविवार को यूपी एसटीएफ अतीक अहमद को गुजरात के साबरमती जेल से प्रयागराज लाने के लिए पहुंची है. माफिया को प्रयागराज की नैनी जेल में रखा जाएगा.
ददुआ-ठोकिया को लगाया था ठिकाने
वहीं, अनंत देव तिवारी के नाम से माफिया के परिवार वालों और उनके गुर्गों में डर का माहौल है. बता दें कि अनंत देव तिवारी उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के रहने वाले हैं. 1987 बैच के पीसीएस अधिकारी हैं. प्रमोशन मिलने के बाद 2006 में इन्हें आईएएस अधिकारी बनाया गया. अनंत तिवारी ने अपने प्रशासनिक करियर में कई माफियाओं का एनकाउंटर किया है. इसमें हाल ही में शामिल विकास दुबे का नाम तो शामिल है ही. साथ ही जुलाई 2007 में बीहड़ के खूंखार डकैत ददुआ को मार गिराया था. इसके बाद 2008 में इनामी डकैत अंबिका पटेल उर्फ ठोकिया को भी ठिकाने लगा दिया था.