रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को 5 दिन की ईडी हिरासत में भेजा गया। उन्हें 31 जनवरी को कथित भूमि घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। झारखंड में हेमंत सोरेन के इस्तीफे से पैदा हुआ सियासी संकट खत्म हो गया है। चंपई सोरेन ने राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है। उनके साथ आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता ने भी शपथ ली है। अब उन्हें 10 दिनों के अंदर बहुमत साबित करना होगी। वहीं दूसरी ओर महागठबंधन के 35 विधायकों को हैदराबाद भेजा जाएगा। ऐसा संभावित खरीद-फरोख्त को रोकने के लिए किया गया है। जानकारी के अनुसार, बहुमत साहित करने में 10 दिन का समय है ऐसे में विधायक टूट सकते हैं। ऐसी स्थिति से बचने और सभी को एकजुट रखने के लिए विधायकों को तेलंगाना शिफ्ट किया गया है।