गाजियाबाद। साहिबाबाद स्थित प्रताप विहार के गंगाजल प्लांट का ट्रांसफार्मर फुंकने के बाद गाजियाबाद व नोएडा के हजारों लोगों को जल संकट का सामना करना पड़ सकता है। प्लांट में कम क्षमता का ट्रांसफार्मर लगाने से ज्यादातर इलाकों में गंगाजल का संकट शुरू हो गया है। नोएडा- गाजियाबाद में रविवार को कहीं जलापूर्ति ठप रही तो कहीं जरूरत के हिसाब से गंगाजल नहीं मिल सका। इससे लोगों को दिनभर परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि अगर फुंका हुआ ट्रांसफार्मर सही हो गया तो एक सप्ताह में और अगर सही नहीं हुआ तो नया ट्रांसफार्मर लाने में कम से कम 20 दिन लग जाएंगे। यानी दिन प्रतिदिन परेशानी बढ़ती ही जाएगी। सिद्धार्थ विहार व प्रताप विहार के प्लांटों से आधे ट्रांस हिंडन व नोएडा में गंगाजल की सप्लाई होती है। प्रताप विहार के प्लांट से नोएडा, इंदिरापुरम, वसुंधरा, कौशांबी, डेल्टा कॉलोनी की पांच कॉलोनी समेत विभिन्न इलाकों में दो मोटरों से 120 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति होती है। तीन दिन पहले प्रताप विहार के गंगाजल प्लाट का ट्रांसफार्मर फुंक गया था। उत्तर प्रदेश जल निगम के अधिकारियों ने उसके स्थान पर दूसरा ट्रांसफार्मर मंगवाकर लगवा दिया, लेकिन इस ट्रांसफार्मर की क्षमता पहले वाले के मुकाबले बहुत कम है। इससे प्रताप विहार प्लांट में लगी केवल एक मोटर ही चल पा रही है, जिससे जल निगम केवल 60 एमएलडी गंगाजल ही जलकल विभाग को दे पा रहा है। जलकल विभाग को गंगाजल नहीं मिलने से वह क्षेत्र में जरूरत के हिसाब से जलापूर्ति नहीं कर पा रहे हैं।