मंडला। 10 मार्च 2025 को बालाघाट रेंज के आईजी संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुठभेड़ की जानकारी दी, जिसके दो दिन बाद मृतक की पहचान हीरन सिंह परते (42) के रूप में हुई। कांग्रेस ने इसे फर्जी बताते हुए विधानसभा में मुद्दा उठाया, दावा किया कि निर्दोष आदिवासी मारा गया। दैनिक भास्कर की टीम लसरे टोला गांव पहुंची, जहां मृतक की पत्नी और पिता से बातचीत की, जिन्होंने पांच बच्चों के पालन-पोषण की चिंता जताई। आईजी के मुताबिक, 9 मार्च को पुलिस को नक्सलियों को राशन सप्लाई की सूचना मिली थी, जिसके बाद हॉक फोर्स ने सर्च ऑपरेशन के दौरान मुठभेड़ में एक नक्सली को मार गिराया और दो नक्सल समर्थकों को गिरफ्तार किया।
बालाघाट मुठभेड़ पर बवाल: कांग्रेस ने बताया फर्जी, पुलिस ने दी सफाई!
