जबलपुर। ऑडिट विभाग में कार्यरत संदीप शर्मा पर सैलरी सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी कर सात करोड़ से अधिक के घोटाले का आरोप है। उसने विभागीय अधिकारियों को चकमा देकर हाईकोर्ट का फर्जी आदेश तक इस्तेमाल किया। शिकायत दर्ज होने के बावजूद अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक, वह ग्वारीघाट में छिपा था लेकिन फरार हो गया। 2012 में अनुकंपा नियुक्ति पाने वाले संदीप ने 2021 में यह फर्जीवाड़ा शुरू किया था और चार साल में करोड़ों का गबन कर लिया। सोशल मीडिया पर उसके नाम से एक पत्र सामने आया है, जिसमें उसने खुद को दोषी मानते हुए आत्महत्या की बात लिखी है।
सात करोड़ के घोटाले का मास्टरमाइंड फरार, सोशल मीडिया पर छोड़ा सुसाइड नोट!
