नई दिल्ली। जल्दी पैसा कमाने चाह में 10वीं कक्षा की पढ़ाई छोड़ चुका शेखर चोरी करने जैसा अपराध करने लगा। ऐसा ही एक मामला आरकेपुरम में सामने आया है। चोरों ने पहले मदर डेयरी संचालक को दुकान लीज पर लेने का झांसा दिया। फिर दो दिन का बिक्री और हिसाब-किताब देखते रहे। मौका मिलते ही डेयरी से 70 हजार रुपये नकद और चार लीटर देशी घी लेकर चंपत हो गए। आरके पुरम पुलिस ने शिकायत मिलने के 24 घंटे के भीतर मास्टर माइंड समेत तीनों आरोपितों को बागपत से गिरफ्तार कर लिया है। उनकी निशानदेही पर चोरी की रकम में से 37 हजार रुपये नकद और देशी घी बरामद की। दक्षिणी पश्चिम जिले की अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आकांक्षा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि 23 मार्च को पीड़ित हर्ष यादव ने ऑनलाइन एफआईआर आरके पुरम थाने में दर्ज कराई। शिकायत के मुताबिक, 21 मार्च को तीन व्यक्तियों ने उनसे संपर्क किया। आरके पुरम, सेक्टर-8 में उनकी मदर डेयरी बूथ को लीज पर लेने की पेशकश की।आरोपित शेखर 10वीं कक्षा की पढ़ाई छोड़ चुका है। जल्दी पैसे कमाने के लिए छोटे-मोटे अपराध करने लगा। पहले भी वह चोरी के तीन मामलों में शामिल रहा है। उसका एक दोस्त दिल्ली में मदर डेयरी चलाता है।वहीं से उसने आरके पुरम में मदर डेयरी बूथ चलाने वाले को ठगने का षड्यंत्र रचा। वहीं, लखन व सुमित मुख्य आरोपित के दोस्त हैं। पैसा कमाने के चक्कर में दोनों ने शेखर का साथ दिया था।