उन्नाव । प्रेम प्रसंग व शादी के बीच रिश्ता बाधक बना तो परिवार के उलाहने से तंग युवक ने ममेरी बहन के साथ ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी। सोमवार भोर में दोनों के शव शुक्लागंज के रश्मिलोक मोहल्ले के सामने रेलवे ट्रैक के किनारे पड़े मिले। घटनास्थल के पास खड़ी बाइक के नंबर से शवों की पहचान हुई। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजन शव देख बिलख उठे। बताया कि रविवार रात दोनों घर से निकले थे।
कानपुर नगर के चौबेपुर क्षेत्र के ग्राम रघुनाथपुर इंदलपुर निवासी 23 वर्षीय राजबहादुर पुत्र कुंज बिहारी का कानपुर देहात के शिवली क्षेत्र के ग्राम हथिका कुड़वा गांव निवासी अपनी ममेरी बहन 20 वर्षीय शिवाली उर्फ अंजली पुत्री सज्जन से तीन साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह शादी भी करना चाहते थे। दोनों के परिजन इस शादी से एतराज था। प्रेम विवाह में परिजन को बाधक बनता देख दोनों ने एक साथ मरने का फैसला कर लिया।
मालगाड़ी के लोको पायलट ने दी सूचना
वे दोनों रविवार रात परिजन से छिपते-छिपाते दोनों बाइक से घर से निकल गए। भोर में 5:30 बजे गंगाघाट क्षेत्र में रश्मिलोक मुहल्ला के सामने डाउन ट्रैक के किनारे दोनों के शव लहूलुहान हालत में पड़े मिले। लखनऊ की ओर जा रही एक मालगाड़ी के लोको पायलट ने ट्रैक के किनारे शव पड़े होने की सूचना मगरवारा स्टेशन मास्टर को दी।
बाइक के नंबर से हुई दोनों की पहचान
मगरवारा से गंगा घाट रेलवे स्टेशन मास्टर को जानकारी दी गई। आरपीएफ व स्थानीय पुलिस को जांच के दौरान 250 मीटर दूरी एक बाइक व लगभग 50 मीटर दूर एक पिट्ठू बैग मिला पड़ा मिला। बैग में एक शर्ट व एक छोटा कीपैड मोबाइल था। पास में एक और टूटा मोबाइल मिला।
गंगा घाट कोतवाल अवनीश सिंह ने किसी ट्रेन के आगे दोनों के कूदने का अंदेशा जताया। बाइक नंबर के आधार पर जानकारी की गई तो वह दिवंगत राजबहादुर के नाम निकली। उसके परिजन को जानकारी दी गई तो युवती के शव की भी पहचान हो गई। पुलिस ने प्रेम प्रसंग व शादी में परिजन के बाधक बनने पर दोनों के जान देने की बात कही है।