संवाददाता
गाजियाबाद। साहिबाबाद स्थित ट्रांस हिंडन में दिल्ली व आसपास के क्षेत्र से आकर बदमाश आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस के अधिकारी सीमाओं पर पुलिस की विशेष चौकसी का दावा करते हैं, लेकिन बदमाश फर्जी नंबर प्लेट, बिना नंबर प्लेट के वाहनों से ट्रांस हिंडन में वारदात करने आते हैं। वारदात करके भाग जाते हैं। पुलिस उन्हें पकड़ तक नहीं पाती। इससे बदमाशों के हौसले बुलंद हैं। वह वारदात कर रहे हैं। पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं।
कई थाने और चौकी के पास से होकर भागे दिल्ली
इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के वसुंधरा सेक्टर 18 की एपेक्स दी फ्लोरस सोसायटी के गेट पर केंद्रीय मंत्री के ओएसडी की पत्नी प्रियंका रावत से हुई चेन और मंगलसूत्र लूटकर पल्सर बाइक से बदमाश नहर रोड, कनावनी पुलिया से होकर मोहन नगर और फिर वहां से जीटी रोड होकर दिल्ली की ओर भागे। पुलिस जांच में मिले सीसीटीवी फुटेज से इसकी पुष्टि हुई है। पुलिस को उनकी बाइक पर नंबर प्लेट भी नहीं मिली है। जिससे उनकी पहचान हो सके। सवाल यह है कि बदमाशों ने सबसे सुरक्षित स्थान पर वारदात की। इसके बाद कई थाना क्षेत्र और प्रमुख चौराहे से होकर दिल्ली भाग गए। पुलिस कहीं भी उन्हें पकड़ नहीं सकी।
तेल टपकने का झांसा देकर चोरी करने वाले भी भागे दिल्ली
मोहन नगर चौराहे के पास गैराज में खड़ी कार से बैग चोरी करने वाले, रेलवे रोड पर कार से तेल गिरने का झांसा देकर ठेकेदार की कार से बैग चोरी करने वाले गिरोह भी वारदात कर दिल्ली की ओर भागे हैं। पुलिस जांच में आया है कि यह बाहर का गिरोह है। दिल्ली से आकर ट्रांस हिंडन में वारदात कर फरार हो जाता है। फुटेज और बाइक पर नंबर की जांच की गई तो उनपर नंबर नहीं मिला। एक नंबर मिला तो वह फर्जी निकला। इससे पुलिस उनका पता नहीं लगा सकी।
दिल्ली के चोर सोसायटी में घुसकर करते हैं वारदात
कौशांबी थाना क्षेत्र की सीमांत विहार सोसायटी का पीछे का हिस्सा दिल्ली की सीमा से सटा हुआ है। स्थानीय निवासी आनंद सिंह ने बताया कि यहां करीब तीन चोरी की वारदात हो चुकी हैं। दिल्ली से चोर दीवार फांद कर अंदर घुस जाते हैं। वारदात कर फरार हो जाते हैं। बदमाश सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं। बावजूद इसके पुलिस इन्हें पकड़ तक नहीं सकी है। इससे बदमाशों के हौसले बुलंद हैं।
बदमाशों को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती
लूट और चोरी की वारदात कर फरार हो रहे बदमाशों को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। वारदातें नहीं खुलने से पुलिस की किरकिरी हो रही है। पुलिस रिपोर्ट दर्ज कर खानापूरी कर लेती है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस की ओर से तमाम दावे किए जाते हैं और आश्वासन दिया जाता है। लेकिन अभी तक इन वारदातों का राजफाश नहीं हो सका है।
ट्रांस हिंडन पुलिस उपायुक्त विवेक चंद यादव ने कहा- दो टीमों का गठन लूट और स्नैचिंग की वारदात करने वालों की धरपकड़ करने के लिए किया गया है। सीमाओं पर पुलिस की गश्त बढ़ाने और चेकिंग करने के निर्देश दिए हैं। पहले से ही अपराध करने वाले गिरोह की सूची तैयार कराई जा रही है। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से भी समन्यवय स्थापित किया गया है। जल्द ही दिल्ली से ट्रांस हिंडन में आकर या यहां से दिल्ली जाकर वारदात करने वाले बदमाशों को पकड़ा जाएगा।