गाजियाबाद। चार साल की बच्ची की हत्या कर शव टीलामोड़ थानाक्षेत्र स्थित जंगल में फेंके जाने के मामले का क्राइम ब्रांच टीम ने पर्दाफाश किया है। इस मामले में पुलिस ने मासूम बच्ची के मुंह बोले फूफा और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि मुंह बोले फूफा ने बच्ची के साथ पहले दरिंदगी की और फिर उसके चीखने चिल्लाने पर गला घोटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी फूफा ने अपने दोस्त के साथ मिलकर बच्ची के शव को जंगल में ठिकाने लगा दिया और उसके लापता होने का नाटक रच कर तलाश का ड्रामा किया।
डीसीपी ट्रांस हिंडन विवेक चंद्र यादव ने बताया कि टीलामोड़ थानाक्षेत्र में रहने वाली चार साल की बच्ची 11 मार्च को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई थी। 12 मार्च को उसका शव टीलामोड़ थानाक्षेत्र स्थित जंगल में पड़ा मिला। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद बच्ची की दुष्कर्म के बाद हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। इस मामले के खुलासे के लिए जिले की क्राइम ब्रांच टीम, टीलामोड़ थाना पुलिस और ट्रांस हिंडन की एसओजी टीम समेत कुल सात टीमों को लगाया गया था। पुलिस ने सर्विलांस, सीसीटीवी फुटेज और साइंटिफिक साक्ष्यों के आधार पर बच्ची के मुंह बोले फूफा अजय भाटी और उसके करीबी दोस्त नीरज यादव को गिरफ्तार कर लिया। वर्तमान में दोनों आरोपी टीलामोड़ थानाक्षेत्र में ही रहते हैं। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने शव को ठिकाने लगाने में इस्तेमाल की गई अजय भाटी की स्कूटी बरामद की है।
डीसीपी ने बताया कि अजय भाटी ने 11 मार्च को अपने ही घर में बच्ची संग दरिंदगी की और फिर गला घोटकर उसकी हत्या कर दी। कुछ घंटे बच्ची को तलाशने का नाटक करने के बाद उसने दोस्त नीरज संग मिलकर बच्ची के शव को स्कूटी पर ले जाकर जंगल में फेंक दिया। डीसीपी का कहना है कि पुलिस पुख्ता साइंटिफिक साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों को कोर्ट में कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का प्रयास करेगी।