संवाददाता
नई दिल्ली। घर से ही काम करके तीन से बीस हजार रुपये रोज कमाने का झांसा देकर लाखों रुपये कमाने वाले दो जालसाजों को बाहरी जिला की साइबर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान बागपत हरियाणा के रहने वाले अंकित राठी और सुधीर कुमार के रूप में हुई है। बीते तीन फरवरी को ही अंकित राठी के एक्सिस बैंक खाते में 64 लाख रुपये जमा हुए थे। भारत में गैंग के सह-आरोपियों के बारे में पता करने की कोशिश की जा रही है। जालसाजों ने पीडि़तों को निवेश की गई राशि पर 30परसेंट के आकर्षक रिटर्न का झांसा दिया।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि साइबर थाना पुलिस को जागृति अपार्टमेंट, पीतमपुरा के रहने ेवाले हरिन बंसल ने बताया कि वह इंस्टाग्राम पर सर्फिंग कर रहा था जब उसे घर से काम करके रोजाना बड़ी कमाई करने की एक पोस्ट मिली। उसने पोस्ट पर क्लिक किया और उसे एक व्हाट्सएप नंबर पर ले जाया गया। व्हाट्सएप नंबर ने उसे दिए गए एक लिंक के माध्यम से एक वेबसाइट पर पंजीकरण करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि उन्हें वेबसाइट पर दिए गए कार्यों को पूरा करना है और यही उनका काम है।
उन्होंने उससे कहा कि उसे दिए गए कार्य को पूरा करने के बाद उसे मूल राशि के साथ-साथ कमीशन मिलेगा। इसके लिये आपको पैसा जमा करना होगा। विश्वास होने पर उसने पैसे भी जमा किये। उसके पास रिर्टन भी वापिस आया। विश्वास होने पर उसने नौ लाख 32 हजार रुपये जमा कर दिये। लेकिन वो वापिस नहीं मिले। एसीपी अरुण कुमार चौधरी के निर्देशन में एसएचओ संदीप पंवार की देखरेख में एसआई अमित कुमार, एएसआई राजेश कुमार, हेड कांस्टेबल कुलवीर और विनोद को आरोपियों को पकडऩे का जिम्मा सौंपा गया।
पुलिस टीम ने शिकायतकर्ता से इंस्टाग्राम और बैंक खातों की जानकारी ली। जिसके आधार पर पता चला कि शिकायतकर्ता से ठगे रुपये नौ बैंक खातों में ट्रांसफर हुए थे। जिसमें से छह लाख रुपये चार लेन-देन में गांव टिकरी बागपत यूपी के रहने वाले अंकित नामक युवक के एक्सिस बैंक खाते में जमा हुए थे। पुलिस तुरत अंकित के गांव पहुंची। आरोपी की लोकेशन बदलकर हरिद्वार पता चली। अंकित को हरिद्वार से उस समय गिरफ्तार किया जब वह अपने जानकार का दूसरा खाता खुलवाने के लिये जा रहा था।
पूछताछ करने पर अंकित से पता चला कि बड़ौत यूपी के रहने वाले उसके परिचित सुधीर कुमार ने उसे बताया था कि एक अवसर है जहां बैंक खाते खोले जा सकते हैं और कुछ व्यक्तियों को दिए जा सकते हैं जो ऑनलाइन सट्टेबाजी वेबसाइट चलाया करते हैं। हर रोज दस हजार रुपये कमाए जा सकते हैं। सुधीर को दिल्ली से उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया। सुधीर से पता चला कि वह एक रियल एस्टेट एजेंट है। पिछले साल दिसंबर महीने में वह फेसबुक पर सर्फिंग कर रहा था, जब उसने एक पोस्ट देखा जिसमें बैंक खातेदार कमीशन पर पैसे कमाए गए थे, कि उसने फेसबुक मैसेंजर पर उससे संपर्क किया और उन्होंने बताया कि वे ऑनलाइन सट्टेबाजी वेबसाइटों को बैंक खाते प्रदान करते हैं।
अंकित राठी उनके साथ था। वह अंकित कीपैड फोन का इस्तेमाल करता है। आज तक वह उन्हें 6 बैंक खाते उपलब्ध करा चुका है। उन्होंने उसके बैंक खाते में करीब एक लाख रुपये जमा भी करवाए हैं। जिसमें से उसने अंकित को 15 हजार रुपये दिये हैं।