वीडियों वायरल होंने के बाद उठ रहे सवाल क्या है पुलिस की मिली भगत
संवाददाता
गाजियाबाद । गाजियाबाद में जमानत दिलाने के नाम पर दलालों का नेटवर्क सक्रिय हो गया है और वह जमकर वसूली कर रहे हैं. ये सवाल एक वीडियो के सामने आने बाद खड़ा हुआ है. लोनी में कमिश्नरेट न्यायालय के बाहर का एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसके बाद सनसनीखेज आरोप प्रत्यारोप हो रहे हैं. कुछ लोग कह रहे हैं कि जमानत कराने के नाम पर पीड़ितों को डराकर कमिश्नरेट न्यायालय के बाहर सौदेबाजी होती है.
सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं कि दलालों के माध्यम से धारा 151 में जमानत कराने के नाम पर हजारों रुपए वसूले जाते हैं. यह मोबाइल वीडियो जमकर वायरल हो रहा है. जिस पर पुलिस ने संज्ञान लिया है पुलिस का कहना है कि मामले में जांच पड़ताल की जा रही है.
गाजियाबाद के लोनी इलाके का एक वीडियो वायरल हुआ है इसमें एक शख्स दावा कर रहा है कि उसे कमिश्नरेट न्यायालय के बाहर 5 हजार रुपये देकर एक आरोपी को छोड़ देने का दावा करने के लिए सौदेबाजी की गई. वीडियो जमकर वायरल हो रहा है लोनी में छोटे मामलों को सुलझाने के लिए हाल ही में कमिश्नरेट न्यायालय की शुरुआत की गई थी. कमिश्नरेट न्यायालय में डीसीपी स्तर से ही छोटे मुकदमों में जमानत हो जाती है. लोगों की सहूलियत के लिए कमिश्नरेट न्यायालय की शुरुआत की गई थी. लेकिन यह वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग अलग तरह की बातें कर रहे हैं. कह रहे हैं कि कुछ दलालों ने कमिश्नरेट न्यायालय के बाहर दलाली का अड्डा बना लिया है. जिन पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
आरोप है कि छोटे मामलों में जमानत दिलवाने के नाम पर कुछ दलाल न्यायालय के बाहर रुपये की वसूली करते हैं. पुलिस ने मामले में संज्ञान लिया है. और सोशल मीडिया पर चल रही बातों का खंडन करते हुए कहा है कि आरोपों में कोई सच्चाई नहीं पाई गई है. लेकिन जांच की जा रही है. डीसीपी देहात रवि कुमार का कहना है कि वीडियो का संज्ञान लिया गया है. वीडियो में दिखाई दे रहे व्यक्ति वकील के मुंशी हैं. जिनसे पूछताछ की गई है. मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. उनका कहना है अभी तक की छानबीन में सामने आया है कि वकील अपनी फीस के लिए बातचीत कर रहे हैं. इसी दौरान कुछ लोगों से कहासुनी भी हो गई थी हालांकि वीडियो को एक अलग तरह से वायरल किया जा रहा है. हर पहलू की जांच की जा रही है जो भी जांच में निकल कर सामने आएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.