वाराणसी। वाराणसी में नेवी से रिटायर सब-लेफ्टिनेंट और उनकी पत्नी को डिजिटल अरेस्ट करके जालसाजों ने 98 लाख रुपये की ठगी कर ली। साइबर ठगों ने चर्चित नरेश गोयल मनी लांड्रिंग के केस में नाम आने की बात कहकर पूर्व सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ बनकर दंपति को मैसेज, आडियो और वीडियो कॉल किए थे। मामले में साइबर थाने में बुधवार को केस दर्ज किया गया। आशापुर (सारनाथ) के माधव नगर कॉलोनी निवासी अनुज कुमार यादव मूलत बलिया के मरगूपुर (फेफना) के निवासी हैं। वह इस वर्ष 31 जुलाई को नौसेना से रिटायर हुए हैं। बीते 11 नवंबर को उन्हें अनजान नंबर से फोन कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को टेलीकाम रेगुलेटरी अथारिटी आफ इंडिया का अधिकारी बताया। कहा कि आपके नाम पर एक सिम जारी हुआ है। जिससे मुंबई में गैर कानूनी गतिविधियां हो रही हैं। उसने एक मोबाइल नंबर देकर मुंबई के कोलाबा पुलिस स्टेशन पर संपर्क करने को कहा।फिर उसी नंबर से फोन आया, बताया कि आपके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उसने एफआईआर की प्रति भी भेजी। विवेचना अधिकारी विजय खन्ना का नाम बताकर मोबाइल नंबर दिया। कहा कि उनके नंबर पर केस की प्रति भेजें। इसके बाद अलग-अलग व्हाट्सएप नंबर से मैसेज, ऑडियो और वीडियो कॉल करते रहे। साथ ही मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी देते रहे। ठगों ने केस से नाम हटाने के लिए रुपये भेजने को कहा। इस पर 11 नवंबर से लेकर 3 दिसंबर तक अनुज और उनकी पत्नी रीना ने 98 लाख रुपये जालसाजों को भेजे थे।