नई दिल्ली। राष्ट्रीय प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) में वन्यजीवों के प्रति बढ़ती लापरवाही का खामियाजा ये है कि पांच महीने के अंदर ही यहां चौथे वन्यजीव की मौत हो गई है। चिड़ियाघर के सूत्रों ने बताया कि मंगलवार को यहां बीमारी के चलते सफेद मोरनी की मौत हो गई है। मोरनी को तीव्र आंत्रशोथ था। आंत्रशोथ का तात्पर्य आंत की सूजन से है। कई जीवाणु, प्रोटोजोअल और वायरल रोग संक्रामक आंत्रशोथ का कारण बनते हैं। लगभग छह वर्ष की उम्र के इस मोरनी की आंख के पास भी घाव था, जिसे ठीक नहीं किया गया था। सूत्रों के मुताबिक वन्यजीव को देखने के लिए डॉक्टर आते हैं, लेकिन कुछ समय से डॉक्टर भी नहीं आ रहे हैं और न ही वन्यजीव की बीमारी या अन्य कोई रिपोर्ट उनकी कीपर या इंचार्ज के जरिये दी जा रही है। मोरनी की मौत की सूचना मिलने के बाद चिड़ियाघर प्रबंधन ने मोरनी का पोस्टमार्टम भी कराया है। मोरनी का 19 नंबर बाड़ा था।