नई दिल्ली। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में भीड़ की ओर से जांच एजेंसी की टीम पर हमला किए जाने के बीच 2022 के विस्फोट मामले में शनिवार को दो प्रमुख साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया। एक अधिकारी ने यहां यह जानकारी दी। संघीय जांच एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि हमले में एनआईए का एक अधिकारी घायल हो गया और जांच एजेंसी का एक वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। शनिवार की इस घटना ने पांच जनवरी की उस घटना की याद दिला दी, जब उत्तरी 24 परगना के संदेशखालि इलाके में राशन घोटाले के सिलसिले में छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमला किया गया था। एनआईए के एक प्रवक्ता ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के भूपतिनगर विस्फोट मामले में एक बड़ी सफलता मिली। एनआईए ने राज्य के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में भीड़ के कड़े प्रतिरोध के बीच दो प्रमुख साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार किया। दिसंबर 2022 में विस्फोट में तीन लोगों की मौत हो गई थी। प्रवक्ता ने बताया कि दोनों आरोपियों बलाई चरण मेइती और मनोब्रत जाना को पांच स्थानों पर व्यापक तलाशी के बाद गिरफ्तार किया गया। एनआईए की टीम ने जाना के घर की भी तलाशी ली थी, जहां स्थानीय लोगों ने एनआईए की टीम के काम में बाधा डालने की कोशिश की। भीड़ ने एनआईए की टीम उसके सुरक्षाकर्मियों और वाहन को भूपतिनगर पुलिस स्टेशन की ओर बढ़ने से रोकने की कोशिश की। एनआईए ने इस संबंध में स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। एनआईए के प्रवक्ता ने कहा कि जाना और मेइती पर आतंक फैलाने के लिए देसी बम बनाने और विस्फोट की साजिश रचने का आरोप है। भूपतिनगर में तीन दिसंबर 2022 को राजकुमार मन्ना के कच्चे मकान में हुए विस्फोट में राजकुमार मन्ना, बिस्वजीत और बुद्धदेब मन्ना गंभीर रूप से घायल हो गए थे और बाद में तीनों की मौत हो गई थी।