वाराणसी। उत्तर प्रदेश की धर्म नगरी वाराणसी से एक बड़ी खबर है। खबर यह है कि धर्म नगरी वाराणसी की एक धर्मशाला में ठहरे एक ही परिवार के चार लोगों ने मौत को गले लगा लिया है। चारों लोगों ने फांसी पर लटक कर अपनी जान दे दी। जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने जब कमरे को खोला गया तो जिसने भी कमरे के भीतर का नजारा देखा वह दंग रह गया। जानकारी के अनुसार, वाराणसी के दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के देवनाथपुर पांडेहवेली इलाके में काशी कैलाश भवन धर्मशाला के कमरा नंबर S-6 में एक ही परिवार के कुछ लोग आगर रुके थे। गुरुवार की शाम तक जब कमरा नहीं खुला तो धर्मशाला के कर्मचारियों को शक हुआ। मामले की जानकारी स्थानीय थाना पुलिस को दी गई। पुलिस ने धर्मशाला का कमरा खुलवाया तो सभी लोग कमरे के भीतर का नजारा देखकर दंग रहे गए। चारों लोगों के शव सीलिंग पर लगी खूंटी के सहारे रस्सी के साथ लटक रहे थे। मृतकों की पहचान 50 वर्षीय कोंडा बाबू, उनकी 45 वर्षीय पत्नी लावण्या, बेटे 25 वर्षीय राजेश व 23 वर्षीय जयराज के रूप में हुई। इस घटना को लेकर धर्मशाला के मैनेजिंग ट्रस्टी वीबी सुंदर शास्त्री ने बताया कि सभी लोग 3 दिसंबर को सुबह 11:30 बजे वाराणसी आए थे। काशी यात्रा बताकर कमरा लिया था। धर्मशाला में कमरा खाली होने पर परिवार को अलॉट कर दिया गया था जिसके बाद सभी कमरे में रहने लगे। एक दिन पहले ऑफिस पहुंचकर इन्होंने यह बताया कि 7 दिसंबर की सुबह 7:30 बजे कमरा खाली कर देंगे। लेकिन 6 दिसंबर को ही उन्होंने चेक आउट कर लिया था। जब सुबह कमरे की सफाई के लिए दरवाजा नहीं खुला तो कर्मचारियों को शक हुआ और फिर पुलिस के आने पर जब कमरा खोला गया तो परिवार के चारों लोग फंदे से लटके हुए थे।