नोएडा। आत्महत्या के मामलों में पुलिस किस कदर लापरवाही बरतती है, इसकी बानगी कोतवाली सेक्टर-49 पुलिस की जांच में सामने आई है। पुलिस ने युवक द्वारा आत्महत्या के बाद उसका मोबाइल 12 दिन तक अपने पास रखा, लेकिन मोबाइल का लॉक तक नहीं खोला।मृतक के भाई ने जब मोबाइल देखा तो उसमें मिले वीडियो से मौत के जिम्मेदार बेनकाब हो गए। वीडियो के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सेक्टर-49 के गांव बरौला के तेज प्रताप एक एक्सपोर्ट कंपनी के काम करते थे। 14 सितंबर को उन्होंने पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या से पहले तेज प्रताप ने एक वीडियो बनाया था, जिसमें पंखे पर लटका फंदा दिखाते हुए किसी बाबू को संबोधित करते हुए कुछ बोल रहा है। इसके बाद ऊपर पंखे में फंदा दिखाकर कहता है कि ”देख मेरा फंदा तैयार हो गया है। अब तू खुश हो जाना। फिर एक नाम लेकर यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि मेरी आत्महत्या का जिम्मेदार वो है। मृतक के भाई दानवीर का कहना है कि इस युवक के बारे में उसको या स्वजन को कोई जानकारी नहीं है। वहीं, पुलिस का कहना है कि युवक का एक युवती से प्रेम-प्रसंग था। कुछ समय पहले युवती किसी अन्य युवक के संपर्क में आई। जिसके बाद उसने तेज प्रताप से दूरी बना ली।तेज प्रताप को प्रेमिका की बेवफाई इस कदर नागवार गुजरी कि उसने आत्महत्या कर ली। डीसीपी हरीश चंदर का कहना है कि पुलिस के पास मोबाइल था, लेकिन वह लॉक लगने के कारण खुल नहीं सका। मृतक के भाई ने लाक खोला तो वीडियो सामने आया है। वीडियो के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।