ग्रेटर नोएडा । आम्रपाली ड्रीम वैली प्रोजेक्ट में शुक्रवार को हुई लिफ्ट दुर्घटना में पांच लोगों का उपचार सेक्टर-39 स्थित जिला अस्पताल में चल रहा था। इसमें से चार लोगों की शनिवार तड़के सुबह करीब साढ़े सात बजे मौत हो गई है। इससे पहले दुर्घटना में चार लोगों की मौत हुई थीं। मृतकों की कुल संख्या 8 हो गई है। एक का अभी आईसीयू में उपचार चल रहा है।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारी सेक्टर- 39 स्थित अस्पताल पहुंच रहे हैं। मृतक के परिजनों की पुष्टि व पंचनामा के बाद प्रशासन मृतकों के नाम घोषित करेगा। नोएडा सेक्टर- 39 स्थित जिला अस्पताल में मृतकों के परिजनों का कहना है कि पुलिस व प्रशासन की तरफ से घटना की जानकारी नहीं मिली। लोगों को मीडिया से पता चला तो कुछ को परिचित ने बताया। लोगों का कहना है कि शव को परिजनों को सौंपने की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही। इसके कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है। शव का पंचनामा भी अभी तक नहीं हुआ है, जबकि पांच छह घंटे पहले लोगों को मृत्यु हो गई है। गुस्साएं परिजनों ने आगे कहा कि सरकार की तरफ से घोषित हुए मुआवजे की कोई जानकारी नहीं मिलने की बातें परिजन बता रहे हैं। मौके पर पीएसी के जवान भी तैनात हैं। एसीपी रामकृष्ण तिवारी लोगों को सांत्वना दे रहे। निर्माणाधीन आम्रपाली ड्रीम वैली प्रोजेक्ट में 14वीं मंजिल पर झटका लगने से पैसेंजर लिफ्ट गिर गई जिसके चलते चार कामगारों की मौत हो गई। वहीं पांच घायल हो गए थे जिनमें से चार की शनिवार यानी आज सुबह मौत हो गई। एक कामगार का इलाज आईसीयू में चल रहा है। पुलिस ने नौ लोगों को नामजद करते हुए कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। अधिकारियों ने प्रोजेक्ट को सील कर वहां पर काम करने वाले कामगारों को बाहर निकालने का आदेश दिया है। असुल मुस्तकीम, अब्दुल मुस्तकीम, कुलदीप पाल, कैफ व अरबाज घायल हो गए। कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार ने गिरधारी लाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के जीएम हरीश शर्मा, जीएम ऋषभ अरोड़ा व जीएम लवजीत, एनबीसीसी के जीएम आदित्य चंद्रा व विकास, मैकेनिकल इंचार्ज राहुल, साइट इंचार्ज देवेंद्र शर्मा, लिफ्ट स्पेकन कंपनी के शैलेंद्र, सुनील व अन्य अज्ञात अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह का कहना है कि सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दूसरी इमारतों में सुरक्षा मानकों के जांच के आदेश दिए गए हैं।