फरीदाबाद। भ्रष्टाचार के खिलाफ एक और कार्रवाई करते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) गुरुग्राम की टीम ने सहकारी समितियों के सहायक रजिस्ट्रार रामकुमार को गिरफ्तार किया है। सहायक रजिस्ट्रार के खिलाफ एकीकृत सहकारी विकास परियोजना (आइसीडीपी) के रेवाड़ी कार्यालय में 1.30 करोड़ रुपये की धनराशि के गबन का आरोप है। एसीबी ने उनके खिलाफ गुरुग्राम में मुकदमा दर्ज किया था।
रामकुमार फिलहाल फरीदाबाद में तैनात हैं। उन्हें यहीं से गिरफ्तार किया गया। पहले उनके पास रेवाड़ी में आइसीडीपी का प्रभार था। इस मामले में एक सहायक रजिस्ट्रार अनु कौशिक को एसीबी पहले गिरफ्तार कर चुकी है। एसीबी के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा आइसीडीपी रेवाड़ी में विभिन्न कार्यों के लिए दी जाने वाली करोड़ों रुपये की वित्तीय राशि में आरोपितों ने करोड़ों रुपये की राशि का हेरफेर किया है। इस संबंध में शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने रिकार्ड प्राप्त किया। उसकी जांच में आरोप सही पाए गए। अब आरोपितों के खिलाफ अलग-अलग मुकदमे दर्ज करके गिरफ्तार किया जा रहा है। इस गड़बड़झाले में अभी और भी अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। विशेष रूप से समाज के कमजोर वर्गों के शोषण को रोकने तथा उनके सामाजिक-आर्थिक विकास को सुनिश्चित करने के लिए एकीकृत सहकारी विकास योजना शुरू की गई है। इसमें सरकार की तरफ से हर साल अनुदान दिया जाता है।