-दो स्वचालित और तीन देशी पिस्तौल के साथ 16 जिंदा कारतूस और एक चोरी की स्कूटी बरामद
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की एजीएस और अपराध शाखा की टीम ने नंदू गिरोह के सदस्य गैंगस्टर विक्रांत उर्फ पिंटू उर्फ मेंटर को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है। दिल्ली के संगम विहार निवासी गैगस्टर विक्रांत को गुप्त सूचना के आधार पर एजीएस और अपराध शाखा की टीम ने गैंगस्टर विक्रांत / पिंटू / मेंटल, उम्र 25 साल, निवासी संगम विहार, दिल्ली को बिजवासन-नजफगढ़ रोड, बजघेरा के पास, दिल्ली से गिरफ्तार किया है। उसकी तलाशी के दौरान एक स्वचालित पिस्तौल व 4 जिंदा कारतूस बरामद हुए। आरोपी के कब्जे से बरामद चोरी की स्कूटी से एक स्वचालित पिस्तौल, 03 देसी कट्टा व 16 जिंदा कारतूस बरामद हुए।
जून 2020 में, आरोपी विक्रांत/मेंटल ने अपने साथियों प्रिंस, हरि किशन, हनी रावत और अन्य के साथ संपत्ति के विवाद को लेकर राकेश चौहान, निवासी जगतपुर एक्सटेंशन, हनुमान चौक, वजीराबाद, दिल्ली की हत्या कर दी थी। इस संबंध में थाना वजीराबाद, दिल्ली में भारतीय दण्ड संहिता की धारा 302/34 और आर्म्स एक्ट 25/27 के तहत मामला दर्ज किया गया था।आरोपी विक्रांत उर्फ मेंटल कुख्यात प्रिंस तेवतिया गैंग का सदस्य है। दिनांक 14.04.2023 को प्रिंस तेवतिया की तिहाड़ जेल में अतातुर रहमान उर्फ अट्टा और रोहित चौधरी गिरोह के अन्य सदस्यों द्वारा हत्या कर दी गई थी। विक्रांत रोहित चौधरी गिरोह के सदस्यों को खत्म करने के लिए एक अवसर की तलाश में था।
दिल्ली में फायरिंग, हत्या और जबरन वसूली के बढ़ते मामलों को देखते हुए एजीएस और अपराध शाखा की एक टीम का गठन संयुक्त आयुक्त एस.डी. मिश्रा और उपायुक्त अंकित कुमार सिंह द्वारा सहायक आयुक्त नरेश कुमार की देखरेख में निरीक्षक कृष्ण कुमार और निरीक्षक गुलशन के नेतृत्व में किया गया। जिसमें उप निरीक्षक सचिन गुलिया, प्र.सिपाही विनोद, प्र.सिपाही नरेंद्र, प्र.सिपाही दीपक, प्र.सिपाही श्याम सुंदर, प्र.सिपाही मिंटू, प्र.सिपाही पप्पू, प्र.सिपाही धर्मराज, प्र.सिपाही ओमवीर और सिपाही धीरज शामिल थे। टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रिंस तेवतिया की हत्या का बदला लेने के लिए विक्रांत /मेंटल, रोहित चौधरी गिरोह के सदस्यों को खत्म करने की योजना बना रहा है और नंदू गिरोह का संदीप छिकारा इस उद्देश्य के लिए उसे हथियारों की आपूर्ति करेगा। आरोपी विक्रांत के आने-जाने और गतिविधियों के बारे में एक सूचना मिली थी कि वह हथियारों की बड़ी खेप लेकर बिजवासन-नजफगढ़ रोड पर आएगा और प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों को खत्म करने के लिए इसे अपने गिरोह के सदस्यों तक पहुंचाएगा। तकनीकी निगरानी और क्षेत्र के सूत्रों के आधार पर विक्रांत को बिजवासन-नजफगढ़ रोड, बजघेरा के पास, दिल्ली में एक त्वरित और सुनियोजित कार्यवाही में पकड़ा गया।