नौकरी की परीक्षा में नकल कराने वाले सिंडिकेट का भांडाफोड़
–ईपीएफ अर्गनाइजेशन की परीक्षा का मामला
–रैकेट के सात सदस्यों में एमबीए,एमटेक से लेकर नौकरी करने वाले शामिल
–एक अभ्यर्थी से साढ़े तीन से साढ़े सात लाख तक वसूलते थे
नई दिल्ली,15 मई। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ कर सात जालसाजों को गिरफ्तार किया है,जो नौकरी के लिये परीक्षा में नकल कराकर उम्मीद्ववारों से मोटी रकम लेता था। इस रैकेट ने ईपीएफ अर्गनाइजेशन के लिये आयोजित स्पेशल सिक्योरिटी असिस्टेंट पद के लिये 24 उम्मीद्वारों से लाखों रुपये लिये थे। एक उम्मीद्वार से साढे तीन लाख से साढ़े सात लाख तक वसूल करते थे। क्राइम ब्रांच की टीम ने दो रैकेटियर्स के अलावा पांच ऐसे लोगों को भी गिरफ्तार किया है जो पेपर साल्व करने का काम करते थे। इन्हें बीते 13 मई को आयोजित इस परीक्षा में रंगे हाथों पुलिस ने गिरफ्तार कर इनके पास से प्रश्नपत्र की फोटो प्रति,7 मोबाइल फोन और कैलकुलेटर समेत अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किये हैं। फिलहाल,पुलिस इन बदमाशों से पूछताछ कर रही है,ताकि यह पता चल सके कि इस रैकेट के तार कहां तक जुड़े हैं।
महत्वपूर्ण बात यह है कि इस रैकेट के मास्टरमाइंड राहुल यादव एमबीए कर रहा था और उसका सेलेक्शन इंस्पेक्टर के पद पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में हो गया था,जबकि रामकुमार ने एमबीए कर रखा है। मौजूदा वक्त में फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में बतौर मैनेजर कार्यरत है। दोनों दिल्ली के रहने वाले हैं। आरोपी विजय कुमार हरियाणा के गुड़गांव का निवासी है और वह मौजूदा वक्त में दिल्ली के कापसहेड़ा बार्डर स्थित एमसीडी स्कूल में टीचर है। लेकिन वह इन दिनों सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था।आरोपी सुनील कुमार हरियाणा के रेवाड़ी स्थित एक प्राइमरी स्कूल में टीचर है। आरोपी मनोज कुमार ने एमटेक कर रखा है और गुड़गांव के एक इंस्टीट्यूट में टीचर है। दोनों आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं। आरोपी यशपाल सिंह हरियाणा के नारनोल का निवासी है और यहीं ईपीएफ अर्गनाइजेशन में अफसर के पद पर कार्यरत है। जबकि आरोपी देवेश दिनकर दिल्ली के बदरपुर का निवासी है और वह भी सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय कुमार जैन के मुताबिक,एडिशनल डीसीपी ज्वॉय टिर्की की टीम को सूचना मिली थी कि 15 अप्रैल को आयोजित होने वाली ईपीएफ अर्गनाइजेशन की परीक्षा एमसीडी चुनाव की वजह से 13 मई को आयोजित होगी। इस परीक्षा में लाखों रुपये लेकर नकल कराने वाला गिरोह सक्रिय है। पुलिस टीम को पता चला कि पीतमपुरा स्थित प्राइवेट स्कूल पुष्पांजलि एंक्लेव में बैठने वाले को अभ्यर्थियों को नकल कराने का सारा इंतजाम इस गिरोह ने कर रखा है। परीक्षा शुरु होने से कुछ ही पहले प्रश्नपत्र बाहर आ गया और कराला स्थित नाइस फाउंडेशन स्कूल में बैठे लोग पेपर साल्व कर मोबाइल के जरिये अभ्यर्थियों का पेपर साल्व कराने लगे। पेपर सुबह 10 से 12 बजे के बीच हो रहा था। अलर्ट पुलिस टीम ने पहले मास्टरमाइंड राहुल यादव और राम कुमार को धर दबोचा। इसके बाद पेपर साल्व कर रहे अन्य लोगों को रेड डालकर पुलिस ने गिरफ्तार कर उनके पास से मोबाइल फोन,कैल्कुलेटर व अन्य सामान बरामद कर लिये। इस दौरान गिरोह का एक सदस्य सुमित फरार हो गया है। पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही है।