मध्य जिले की कमला मार्केट पुलिस ने एक सूचना के बाद रेड लाईट एरिया जी.बी. रोड पर छापा मारकर वहां से चार लड़कियों को मुक्त कराया है।
पुलिस के मुताबिक इन लड़कियों को यहाँ जबरन देह व्यापर के दलदल में धकेला गया था। पुलिस के मुताबिक यह सभी लड़कियां पश्चिमी बंगाल की रहने वाली हैं और यहाँ कई महीनों से इन्हें कोठे में बने सुरंग नुमा तहखाने में बंद किया हुआ था। पुलिस ने यह कार्रवाई एक गैर सरकारी संगठन शक्ति वाहिनी की टीम को साथ लेकर की है। पुलिस के मुताबिक इस कोठे की संचालिका पहले ही इसी तरह के एक मामले में जेल में बंद है। मध्य जिले के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त देवेश श्रीवास्तव ने बताया की पुलिस को इस तरह की एक सूचना मिली थी की जी.बी. रोड के कोठा नंबर 70 पर कुछ लड़कियों
— जीबी रोड पर रात में की गई है कार्रवाई
— कमला मार्केट पुलिस ने एनजीओ संग की कार्रवाई
— नौकरी के बहाने बंगाल से लाई गईं थीं लड़कियां
को बंधक बनाकर रखा गया है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एसएचओ कमला मार्केट प्रमोद जोशी के नेतृत्व में एसआई सुशील कुमार, हेड कांस्टेबल महेश त्यागी, कांस्टेबल लोकेंद्र, वुमेन कांस्टेबल ममता और सरिता आदि की टीम ने शक्ति वाहिनी के सुधीर और साई के साथ इस कोठे पर छापेमारी की। शुरुआत में तो पुलिस को यहाँ से कुछ नहीं मिला, जब पुलिस टीम ने वहां पर सर्च अभियान चलाया तो पुलिस ने यहाँ से एक गुफानुमा तहखाना खोज निकाला। पुलिस ने जब इस तहखाने को खोला तो यहाँ से चार लड़कियों को बरामद किया गया। इन लड़कियों को जबरन इस कोठे में बंद किया गया था। पुलिस के मुताबिक इस छापेमारी की कार्रवाई के दौरान वहां से कोई गिरफ़्तारी नहीं की गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस कोठे की संचालिका शीतल है जो पहले से ही इस तरह के एक मामले में जेल में बंद है। बताया जाता है कि इन लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली लाया गया था और यहाँ लाकर इन्हें देह व्यापार के गोरखधंधे में झोंक दिया गया। पुलिस अभी इन लड़कियों से यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इनपर किस तरह के ज़ुल्म यहाँ किये जा रहे थे।