दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने चिती की खालों की तस्करी में लगे एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार करने का दावा किया है जोकि खुद न केवल बोक्सिंग का बेहतरीन खिलाड़ी है बल्कि हिमाचल प्रदेश में खुद बोक्सिंग कोच भी है।
पुलिस ने पकडे गए इस युवक के पास से चीते की तीन खालें बरामद की है। पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया यह शख्स अपने दोस्तों के साथ मिलकर ही चीतों को मरता था और फिर उनकी खालों को विदेशी पर्यटकों को ऊँचे दामों पर बेच देता था।इस बार भी इसने तीन लाख रुपए प्रति खाल में सौदा किया, लेकिन यह जल्दबाजी में क्राइम ब्रांच की टीम के नकली ग्राहक बने पुलिसवाले से सौदा कर बैठा और पकड़ा गया। पुलिस पकड़े गए इस शख्स से पूछताछ करते हुए इसके अन्य साथियों के बारे में पता लगाया जा सके ताकि इस रैकेट से जुड़े अन्य सभी लोगों को गिरफ्तार किया जा सके।
अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक चांद ने बताया की एडिशनल डीसीपी जॉय टिर्की की टीम को खबर मिली थी कि एक शख्स चीते कि खालों का सौदा करने के लिए दिल्ली में आ रहा है। सुचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर सत्य प्रकाश कि टीम ने इस शख्स से सौदा कर लिया और यह एक खाल तीन लाख रूपी में देने को राजी हो गया बाद में इसने बताया कि इसके पास तीन खालें है जिसपर टीम ने इससे तीनों खालों का सौदा कर लिया। पुलिस टीम ने इसे ठीक उस समय गिरफ्तार कर लिया जब यह चीते कि खालों के साथ जी.टी करनाल रोड पहुंचा था। पुलिस ने पकड़े गए इस शख्स के पास से तीन चीते कि खालें बरामद कर ली। पूछताछ करने पर इसने अपना नाम मीतु बताया यह मूल रूप से शिमला का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया मीतु बोक्सिंग का बेहतरीन खिलाड़ी है, इतना ही नहीं यह हिमाचल प्रदेश की ओर से एक चैम्पियनशिप में अंडर16 में टीम का नेतृत्व भी कर चुका है। इतना ही नहीं अभी फिलहाल यह हिमाचल में बोक्सिंग टीम का कोच भी है। पुलिस को मीतु ने बताया कि वह काफी दिनों से इस काम को कर रहा था। मीतु अपने दोस्तों के साथ मिलकर अब तक दस चीते मार चुका है ओर यह इनकी खालों को पहले शिमला के धर्मशाला इलाके में घुमने आने वाले विदेशी पर्यटकों को बेच देता था।