— स्पेशल स्टाफ ने गिरफ्तार किये गैंग मेंबर
— दिल्ली एनसीआर में सक्रिय था गिरोह
— पांच मामलों का खुलासा, कई लेपटॉप भी बरामद
नई दिल्ली,13 मार्च। दिल्ली एनसीआर के विभिन्न इलाकों में गाड़ियों से कीमती सामान वाले बैग उड़ने वाले एक शातिर बैग लिफ्टर गिरोह का खुलासा करते हुए दक्षिण पूर्वी जिले के स्पेशल स्टाफ ने चार शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह की गिरफ्तारी से पुलिस ने दिल्ली एनसीआर में हुए बैग चोरी के पांच मामलों का खुलसा किया है। पुलिस ने पकड़े गए इन आरोपियों के पास से चार लेपटॉप, नोटबुक बरामद की है। पुलिस इनके अन्य साथियों की तलाश कर रही है। पकड़े गए इन आरोपियों की पहचान विजय, सूरज, छग्गा, और मुट्टू के रूप में की गई है।
दक्षिणी पूर्वी जिले के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अजय चौधरी ने बताया कि कारों के शीशे तोड़कर उनसे बैग चोरी किये जाने के मामलों को देखते हुए जिले के स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर अखिलेख यादव के नेतृत्व में एसआई महेश यादव, हेड कांस्टेबल जित सिंह,सतेन्द्र सिंह, कांस्टेबल सुनील कुमार आदि की टीम को पड़ताल में लगाया गया था। इसी दौरान टीम को इस तरह के एक गिरोह के बारे में पता लगा जो दिल्ली के अलावा एन सी आर में भी इस तरह की वारदातों को अंजाम देने में सक्रिय था। टीम ने एक सटीक सूचना के बाद लाजपत नगर मेट्रो स्टेशन के पास से ट्रेप लगाकर इस गिरोह में बदमाशों को उस समय धरदबोचा जब यह चोरी के माल को ठिकाने लगाने के लिए जा रहे थे। पुलिस ने मौके से पकड़े गए विजय के पास से मिले बैग से चोरी के दो लेपटॉप और मुट्टू के पास मिले बैग से तीन लेपटॉप जबकि पकड़े गए छग्गा और सूरज के पास से पुलिस ने तलाशी लेने पर दो चोरी के मोबाइल फोन और एक राडो की महंगी घड़ी भी बरामद कर ली है। पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ करने पर खुलासा किया कि उक्त लेपटॉप इन्होने लाजपत नगर, राजौरी गार्डन, शिप्रा सन सिटी, इन्द्रापुरम, हरी नगर और किंग्सवे कैम्प से गाड़ियों से चोरी किये थे। पुलिस के मुताबिक यह गिरोह पहले तो ऐसी भिद्भाद वाली मार्केट में जाकर घूमता था जहां गाड़ियाँ पार्क होती थीं। गिरोह के लोग काफी दूर खड़े होकर पहले तो गुलेल के ज़रिये चिन्हित कि गई गाड़ी का शीशा तोड़ देते और फिर गैंग का दूसरा मेंबर वहां पहुँच कर गाड़ी से बैग उड़ाकर रफूचक्कर हो जाता था।यह गिरोह गुलेल में लोहे की बॉल बेयरिंग की गोलियों का इस्तेमाल किया करते थे। पुलिस के मुताबिक पकड़ा गया मिट्टू इस तरह के आधा दर्जन मामलों में शामिल रहा है।