गुरुग्राम। एक कपड़ा व्यवसायी को 40 करोड़ रुपये लोन देने के नाम पर ठगों ने उनसे दो करोड़ 45 लाख रुपये ठग लिए। आरोपियों ने अपने आप को फायनेंसर बताकर व्यवसायी को एक सप्ताह के लिए ढाई करोड़ रुपये का लोन भी दिया था। ढाई करोड़ की अदायगी पर 40 करोड़ लोन देने लिए के ब्याज के रूप में उनसे पहले ही ये रुपये ले लिए गए। व्यवसायी की शिकायत पर आर्थिक अपराध शाखा की जांच के बाद सदर थाने में मामला दर्ज किया गया है। सेक्टर 34 निवासी सुधीर ढींगरा ने शिकायत में कहा कि वह कपड़े के व्यवसायी हैं। मई में उनका बिजनेस कुछ ठीक नहीं चल रहा था। इसलिए उन्होंने लोन लेने के लिए कुछ फायनेंसरों से संपर्क किया। 25 मई को दिल्ली के तरुण ने उन्हें फोन किया और कुछ फायनेंसरों को जानने और बड़ा लोन दिलाने की बात कही। फायनेंसर के रूप में काम करने वाले विक्रम व नितिन से भी उनका परिचय कराया। हैदराबाद के कथित एक बड़े फायनेंसर श्रीनिवास कंडेला से उनकी मुलाकात कराई। इसके लिए सुधीर ढींगरा 31 मई को हैदराबाद भी गए। यहां बैठक में उन्होंने करीब एक हजार करोड़ रुपये के लोन बांटे जाने के कागजात दिखाए। इसके बाद आरोपियों ने पहले छह प्रतिशत ब्याज दर पर एक सप्ताह के लिए ढाई करोड़ और फिर ढाई करोड़ की अदायगी पर 40 करोड़ रुपये का पांच साल के लिए लोन देने की शर्त रखी। कहा गया कि 40 करोड़ लोन के लिए उन्हें हर तीन महीने में छह प्रतिशत ब्याज देना होगा और समय पूरा होने पर उन्हें मूल धन वापस करना होगा। पहले लोन के ढाई करोड़ रुपये अदा करने पर तीन माह के ब्याज के रूप में उन्हें अग्रिम राशि देनी होगी। यह राशि उनके ब्याज में बाद में समायोजित की जाएगी। सिक्योरिटी के लिए भी जमीन या फ्लैट के दस्तावेज मांगे गए। सुधीर ने सेक्टर 89 स्थित ग्रीनपोलिस में अपने एक फ्लैट के कागज उन्हें सिक्योरिटी के रूप में दिए। तीन जून को दोनों पक्षों में लोन के लिए समझौत हुआ। इसके बाद श्रीनिवास की तरफ से तीन, पांच और छह जून को सुधीर के खाते में दो करोड़ 25 लाख रुपये भेज दिए गए। समझौते के तहत एक सप्ताह बाद 15 जून को सुधीर हैदराबाद गए। यहां उन्होंने अनुबंध के अनुसार लोन के दो करोड़ 25 लाख रुपये और 40 करोड़ रुपये लोन के त्रैमासिक ब्याज के रूप दो करोड़ 45 लाख रुपये उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए। आरोपित 15 मिनट में 40 करोड़ रुपये उनके खाते में भेजे जाने की बात कह वहां से चले गए। इसके बाद वह नहीं आए। फोन करने पर स्विच आफ मिला। धोखाधड़ी का अहसास होने पर उन्होंने गुरुग्राम की आर्थिक अपराध शाखा में 10 लोगों के विरुद्ध शिकायत दी।