नई दिल्ली। दिल्ली की मंडोली जेल में बंद महाठग सुकेश चंद्रशेखर ने दावा किया है कि उसकी टिल्लू ताजपुरिया और अंकित गुर्जर जैसी जेल के अंदर ही हत्या कराई जा सकती है। यह दावा उसने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को लिखे पत्र में किया है। उसने पत्र में लिखा है कि उसे जेल में मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया जा रहा है। साथ ही जेल सुप्रीटेंडेंट ओम प्रकाश और डिप्टी सुप्रीटेंडेंट दीपक कुमार द्वारा यह दबाव डाला जा रहा है कि उसने सेक्शन 164 के तहत केजरीवाल, सत्येंद्र जैन और पूर्व डीजी जेल संदीप गोयल के खिलाफ जो बयान दिया है उसे वापस ले ले। सुकेश ने आरोप लगाया है कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो उसकी पिटाई होगी और टिल्लू ताजपुरिया और अंकित गुर्जर की तरह उसकी भी हत्या करा दी जाएगी। आरोप है कि जेल प्रशासन उस पर प्रोटेक्शन मनी अदा करने के लिए भी दबाव डाल रहा है। उसका दावा है कि आज जेल प्रशासन उसका सबसे बड़ा दुश्मन है। उन्होंने मेरे ऊपर बीते एक हफ्ते से तब से दबाव डालना शुरू किया है जब से सुप्रीम कोर्ट ने मेरी याचिका खारिज कर दी। सुकेश ने पत्र में दावा किया है कि जेल सुप्रीटेंडेंट ओम प्रकाश मुझे अपशब्द कहते रहते हैं और मुझे ऐसे वार्ड में डाल दिया है जिसकी हालत बिल्कुल रहने लायक नहीं है। यही नहीं उन्होंने मुझे अकेले वार्ड में भी डाल दिया है और दूसरे कैदियों से मुझे मिलने नहीं देते। जब मैंने उनसे इसका कारण पूछा तो बोले कि तुम केजरीवाल के खिलाफ दिया अपना बयान वापस ले लो वरना यही नरक झेलते रहो। हम तुम्हें पागल कर देंगे और तुम अपना दिमाग खो दोगे। तुमने केजरीवाल साहब से पंगा लिया है? सुकेश ने खत में कहा है कि जेल प्रशासन चारदीवारी के अंदर अपना ही नियम चला रहा है। न्याय और मेरी सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग इस मामले में दखल दें और जेल में आकर देखें कि मेरी शिकायत सही है या नहीं।सुकेश ने पत्र में गुहार लगाई है कि इससे पहले कि उसके साथ कुछ अवांछित घट जाए एक्शन लीजिए। मैं अपनी शिकायत के साथ सभी प्रूफ भी जमा करा रहा हूं। मेरी प्रार्थना पर त्वरित कार्रवाई हो।