बहराइच। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, “बहराइच में हिंसा के बाद मुसलमानों पर एकतरफा कार्रवाई। लेकिन प्रशासन हिंसक घटनाओं को रोकने में विफल हो रहा है, जिन अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरती है, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। रियासती जमीयत उलमा के सेवाकर पीड़ितों की मदद के लिए सक्रिय हैं। गांव में मुस्लिम युवकों की एकतरफा गिरफ्तारियां शुरू हो गई हैं। मौलान अरशद मदनी ने आगे लिखा कि एक मुस्लिम के घर में घुसकर उसकी पिटाई करने और घर की छत पर भगवा झंडा फहराने वाले असली अपराधी अभी भी दंगाइयों के मामले सामने आने के बावजूद उत्पात में लगे हुए हैं। पुलिस प्रशासन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, सिर्फ मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए और निर्दोष रूप से गिरफ्तार किए गए लोगों को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में हिंसा के बाद से लगातार तनाव बना हुआ है। यहां मूर्ति विसर्जन के दौरान पत्थरबाजी हुई। गोली चली और 22 साल के रामगोपाल मिश्रा की मौत हो गई। इसके बाद पूरे इलाके में तनाव फैल गया और इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया। इसके बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने कड़ी कार्रवाई करने का निर्दश दिया। इस मामले में अबतक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस मामले में योगी सरकार द्वारा ताबड़तोड़ एक्शन लिया जा रहा है। बीते दिनों सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित के परिजनों से मुलाकात कर कार्रवाई का आश्वासन दिया था।