गाजियाबाद। आज कल चंद रुपयों के लिए लोग एक दूसरे के जान के दुश्मन बन जाते हैं। ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद में सामने आया है जहां एक युवक ने उधार के पांच लाख रुपए देने न पड़े इसके लिए अपने ही दोस्त की हत्या की साजिश रच डाली। हालांकि हालांकि क्राइम ब्रांच ने मुख्य आरोपित व उसके साथी को वारदात से ठीक पहले मंगलवार को दबोच लिया। इनसे दो पिस्टल और छह कारतूस मिले हैं।एडीसीपी अपराध सच्चिदानंद ने बताया कि आरोपित नंदग्राम के आदर्श नगर का अंकित त्यागी और प्रताप विहार का गौरव गौतम है। अंकित पानी का प्लांट चलाता है और लोगों को रुपये भी उधार देता है। फाइनेंस के काम में घाटा होने पर उसने कुछ समय पहले सिहानी गेट क्षेत्र में रहने वाले अपने दोस्त रवि शर्मा से डेढ़ माह पूर्व पांच लाख रुपये लिए थे। उसने कमेटी का पैसा मिलने पर 15 अक्टूबर को पैसा लौटाने की बात कही थी, लेकिन पैसा नहीं दिया। रवि त्योहार के कारण उस पर लगातार पैसे लौटाने का दबाव बना रहा था। इसको लेकर दोनों का विवाद भी हुआ था। एडीसीपी के मुताबिक अंकित ने गौरव को इस बारे में बताया तो उसने रवि की हत्या करने के बारे में कहा। वह बोला कि 25-30 हजार रुपये की पिस्टल आ जाएगी। एक बार में रवि का काम खत्म हो जाएगा और पांच लाख रुपये भी बच जाएंगे। दोनों मेरठ में किठौर से दो पिस्टल व छह कारतूस 60 हजार रुपये में खरीदकर लाए और इसी सप्ताह हत्या की योजना बनाई। एडीसीपी का कहना है कि मैनुअल इनपुट और सर्विलांस टीम की मदद से दोनों की साजिश के बारे में पता चला, जिसके आधार पर मंगलवार को इन्हें नंदग्राम से गिरफ्तार कर लिया गया।