फरीदाबाद। जिले के एक शख्स ने दोस्तों से परेशान होकर फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतक युवक का शव गांव बड़ौली में किराये के कमरे में पंखे से लटका हुआ मिला। मृतक की पहचान उत्तर प्रदेश कोसी कलां के गांव फालेन के धर्मेंद्र के रूप में हुई। मौके से सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें दोस्तों द्वारा प्रताड़ित करने की बात लिखी है। मृतक के पिता धर्मेंद्र ने पुलिस को बताया है कि बेटा गजेंद्र छह महीने पहले फरीदाबाद में नौकरी करने आया था। वह सेक्टर-24 की एक फैक्ट्री में नौकरी करता था। कुछ समय पहले तक वह मुजेसर में किराये पर कमरा लेकर रहता था। उसके साथ मोनू, राुहल और जीतू नाम के युवक भी रहते थे। ये तीनों भी कोसी कलां के रहने वाले हैं। गजेंद्र ने ही दोस्त मानकर इन्हें नौकरी पर लगाया था। 16 मई को गजेंद्र मुजेसर से कमरा छोड़कर गांव बड़ौली में जाकर किराए पर रहने लगा। 20 मई को धर्मेंद्र के छोटे बेटे कृष्ण कांत के पास मोनू ने फोन करके बताया कि गजेंद्र ने फांसी लगा ली है। यह सुनते ही परिवार के लोग गांव बड़ौली पहुंचे। तब तक पुलिस भी मौके पर पहुंच चुकी थी और शव कब्जे में ले लिया था।
कमरे की तलाशी के दौरान गजेंद्र के कमरे में बैग से एक सुसाइड नोट मिला। इसमें गजेंद्र ने आत्महत्या का कारण सोनू, राहुल और जीतू को बताया है। सुसाइड नोट में लिखा है कि तीनों उसे परेशान करते थे। उससे वेतन के रुपये भी छीन लेते थे। 15 दिन पहले गजेंद्र ने नया मोबाइल खरीदा था। वह भी तीनों ने छीन लिया। उसके मोबाइल का सिम मोनू ने अपने बुआ के लड़के के मोबाइल में डाला हुआ है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।