गोरखपुर। घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार हुए पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक केसी जोशी के गोरखपुर और नोएडा आवास से सीबीआई को दो करोड़ 61 लाख रुपए नगद मिले हैं। इसके अलावा छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में सरकारी कागजात, खरीद संबंधी दस्तावेज को सीबीआई टीम ने कब्जे में लिया है। सीबीआई टीम ने मंगलवार को उन्हें गोरखपुर के कौवा बाग स्थित उनके बंगले से गिरफ्तार किया था। 10 घंटे गोरखपुर में पूछताछ के बाद देर रात टीम उन्हें लेकर लखनऊ चली गई। बुधवार को उन्हें सीबीआई कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें रिमांड पर लिया गया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही। जोशी 1988 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं।
बता दें कि सीबीआई की टीम ने आरोपी अधिकारी को छापेमारी के दौरान पांच लाख रुपये के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया। टीम उन्हें लेकर कार्यालय गई और जरूरी दस्तावेज, लैपटॉप, हार्ड डिस्क के साथ वापस बंगले पर पहुंची। यहां रात लगभग 12 बजे तक फाइलों को खंगालने और संबंधित रेलकर्मियों से भी पूछताछ की गई। इस मामले में शिकायत करने वाले फर्म सूक्ति एसोसिएट के प्रोपराइटर अलहदादपुर निवासी प्रणव त्रिपाठी हैं, जिन्होंने नौ सितंबर को सीबीआई शिकायत सौंपी थी। उनकी फर्म रेलवे में सामानों की आपूर्ति करवाती है। पुलिस अधीक्षक सीबीआई एसीबी लखनऊ को लिखी चिट्ठी में प्रणव त्रिपाठी ने कहा था कि पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक केसी जोशी उनसे सात लाख रुपये घूस मांग रहे हैं। रुपये न देने पर उन्होंने जेम पोर्टल पर फर्म का पंजीकरण निरस्त करने की धमकी दी है। सीबीआई ने इसी शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया था। मंगलवार को सीबीआई की टीम ने अधिकारी को पकड़ने का जाल बिछाया और पीसीएमएम को उनके बंगले में ही रुपयों के साथ पकड़ लिया। बताया गया कि नोएडा के सेक्टर 50 स्थित आवास पर भी सीबीआई ने छापा मारा है। वहां से टीम को 50 लाख रुपये नगद मिले हैं। इसके अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी सीबीआई ने कब्जे में लिया है।