केरल । केरल में निपाह वायरस लगातार फैल रहा है। राज्य सरकार वायरस को लेकर अलर्ट मोड और लोगों को सावधानियां बरतने पर को कह रही है। इस बीच समाचार एजेंसी एएनआई ने केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के हवाले से निपाह वायरस के ताजे आंकड़े बताए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि फिलहाल राज्य में स्थिति नियंत्रण में है। केरल में हाई रिस्क वाले 352 मरीज हैं। जिन जगहों पर निपाह वायरस की पुष्टि हुई है, वहां स्वास्थ्य कर्मियों ने रोकथाम गतिविधियाों को और तेज कर दिया है।” मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि राज्य में फिलहाल कोई नया मामला सामने नहीं आया है। वीना जॉर्ज ने आगे बताया, अस्पताल में इलाज करवा रहा नौ साल का बच्चा वेंटिलेटर से बाहर है। फिलहाल वह ऑक्सीजन सपोर्ट पर है। बच्चे की सेहत में सुधार हो रहा है स्थिति कंट्रोल में है। उन्होंने कहा कि 1233 लोग अब तक वायरस की लिस्ट में आ गए हैं। 23 लोगों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि आईएमसीएच अस्पताल में में 4 लोग भर्ती हैं। वहीं, 36 चमगादड़ों के नमूने एकत्र किए गए और परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। 34,167 घरों में हाउस विजिट पूरा हो चुका है स्थिति का जायजा लेने के लिए निपाह एहतियात का हिस्सा।”निपाह वायरस जानवरों से इंसानों में फैलने वाला वायरस है। ये खासकर चमगादड़ों से फैलता है। निपाह का पहला मामला 1998 में मलेशिया में सुअर पालने वालों के बीच मिला था। मलेशिया के जिस गांव में इसका पहला मामला मिला, वहीं से इसका नाम ईजाद हुआ।निपाह वायरस में पीड़ित को तेज बुखार, उल्टी और सांस लेने में समस्या का सामना करना पड़ता है। मामला ज्यादा बिगड़ने पर पीड़ित के दिमाग पर असर हो सकता है और यहां तक की वो कोमा में भी जा सकता है।