नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित एचपीजेड टोकन ‘घोटाले’ की अपनी जांच के तहत भारत और दुबई में 106.20 करोड़ रुपये की चल और अचल संपत्ति जब्त की है, एजेंसी ने गुरुवार को कहा। अधिकारियों ने कहा कि ‘घोटाले’ में शेल संस्थाएं शामिल हैं, जिनमें चीनी लिंक वाली संस्थाएं भी शामिल हैं, जिन्होंने एक ऐप और ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी वेबसाइटों के माध्यम से अपने निवेश को दोगुना करने के बहाने निवेशकों से सैकड़ों करोड़ रुपये ठगे। ईडी के दीमापुर उप-क्षेत्रीय कार्यालय ने भारत और दुबई में विभिन्न व्यक्तियों और फर्जी संस्थाओं से संबंधित 106.20 करोड़ रुपये मूल्य की चल और अचल संपत्तियों के रूप में अपराध की आय (पीओसी) को जब्त कर लिया है, जिसमें चीन से जुड़ी फर्जी संस्थाएं भी शामिल हैं, जो “एचपीजेड टोकन” ऐप और ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी वेबसाइटों के माध्यम से अपने निवेश को दोगुना करने के बहाने निवेशकों से सैकड़ों करोड़ रुपये ठगने में शामिल पाई गईं। ईडी ने साइबर अपराध पुलिस स्टेशन, कोहिमा (नागालैंड) द्वारा आईपीसी, 1860 और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की विभिन्न धाराओं के तहत बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टो मुद्राओं के खनन के लिए पैसा लगाने पर खगोलीय रिटर्न के वादे की आड़ में भोले-भाले निवेशकों को ठगने के संबंध में एक जांच शुरू की, जिसके लिए “एचपीजेड टोकन” नामक एक ऐप-आधारित टोकन का इस्तेमाल किया गया था।