नई दिल्ली। बेंगलुरु के एक एआई इंजीनियर अतुल सुभाष द्वारा की गई आत्महत्या ने दहेज और घरेलू हिंसा कानूनों के दुरुपयोग पर बहस छेड़ दी है। अतुल ने अपने सुसाइड नोट और वीडियो में अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर झूठे मामले के जरिए प्रताड़ित करने और फैमिली कोर्ट की जज पर रिश्वत मांगने के आरोप लगाए। अतुल ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट और 80 मिनट का वीडियो बनाया था जिसमें उसने अपनी पत्नी, ससुराल वालों और फैमिली कोर्ट की जज पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाना का मामला दर्ज कर लिया है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं की है। अतुल सुभाष की घटना ने समाज और न्यायपालिका को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि दहेज और घरेलू हिंसा कानूनों का दुरुपयोग रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएं। कानूनों का उद्देश्य लोगों की सुरक्षा है, लेकिन इनका गलत इस्तेमाल न्याय व्यवस्था और समाज दोनों के लिए हानिकारक है।