नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री और सहकारिता मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति में सुधार लाने वाली उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया। ओडिशा के भुवनेश्वर में 59वें पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) और पुलिस महानिरीक्षकों (आईजीपी) सम्मेलन 2024 का उद्घाटन करते हुए शाह ने जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर और वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) प्रभावित राज्यों में सुरक्षा स्थिति में सुधार लाने वाली महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर संतोष व्यक्त किया। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा कि पूर्वी सीमा पर उभरती सुरक्षा चुनौतियों, आव्रजन और शहरी पुलिसिंग के रुझानों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।शाह ने सहिष्णुता नीति को लागू करने के लिए शून्य-सहिष्णुता रणनीति योजना और शून्य-सहिष्णुता कार्रवाई की दिशा में पहल करने का आह्वान किया। उन्होंने आम चुनाव 2024 के सुचारू संचालन और तीन नए आपराधिक कानूनों के निर्बाध क्रियान्वयन के लिए पुलिस नेतृत्व को बधाई दी। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि तीन नए आपराधिक कानूनों ने देश की आपराधिक न्याय प्रणाली के चरित्र को दंड-उन्मुख से न्याय-उन्मुख में बदल दिया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि नए कानूनों की भावना भारतीय परंपरा में निहित है।