एसपी अर्पित विजयवर्गीय ने बागपत जिले की कमान संभालते ही लागू किया ‘एक अपराधी, एक सिपाही’ फार्मूला

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नासिर खान

बागपत । उत्तर प्रदेश के बागपत में अपराध पर नियंत्रण के लिए एक अपराधी एक सिपाही का फार्मूला लागू किया जायेगा।जिले के नवागत पुलिस अधीक्षक अर्पित विजयवर्गीय ने कार्यभार संभालने के बाद बुधवार को यहां पत्रकारों से कहा कि उनकी प्राथमिकता अपराध पर नियंत्रण करने की रहेगी। एक सिपाही के जिम्मे एक अपराधी की गतिविधियां रहेगी, जिससे वह अपराध न कर सके।

पुलिस अधीक्षक श्री विजयवर्गीय ने बताया कि शासन की जनहित प्राथमिकताओं को लागू करना ही उनका मुख्य कार्य रहेगा। गोकशी, अवैध शराब की बिक्री एवं अवैध रेत खनन पर नियंत्रण भी उनकी प्राथमिकता में होगी।

थानों का किया निरीक्षण

जानकारी के मुताबिक, पदभार संभालने के बाद आईपीएस अफसर अर्पित विजयवर्गीय थाना छपरौली और थाना बड़ौत का आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने वहां थाना अभिलेखों के रख रखाव, जनसुनवाई डेस्क, महिला हेल्प डस्क आदि को चेक किया और सम्बन्धित को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। इसके साथ ही एसपी ने पुलिसकर्मियों को लोगों से शालीनता से बात करने के आदेश दिए।

एएसपी के रूप में किया है अच्छा काम

बता दें कि, आईपीएस अफसर अर्पित विजयवर्गीय ने मुजफ्फरनगर में हर संवेदनशील मामले में मौके पर पहुंचकर जिस तरह से काम किया है, उससे मुजफ्फरनगर जनपद में उनकी लोकप्रियता बरकरार रही। अर्पित विजयवर्गीय एक तरफ जहां अपने दफ्तर में बैठकर फरियादियों की समस्याओं को बड़े शांत स्वभाव से सुनने के बाद त्वरित कार्रवाई कराते हैं। राजस्थान के कोटा में पले बढ़े थे तो इंजीनियर बनने का ख़्वाब संजोए अर्पित अपनी स्कूलिंग एजुकेशन पूरी कर रहे थे मगर आईआईटी करते करते सीनियर्स की देखा देखी वो भी सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए और 2017 में बन गए यूपी कैडर के आईपीएस अफसर। तब से वो लगातार लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं।

सपने इंजीनियरिंग के बन गए आईपीएस

राजस्थान के कोटा में पले बढ़े थे अर्पित ने इंजीनियर बनने का ख़्वाब संजोए थे। वे अपनी स्कूलिंग एजुकेशन पूरी कर रहे थे मगर आईआईटी करते करते सीनियर्स की देखादेखी वो भी सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए और 2017 में बन गए यूपी कैडर के आईपीएस अफसर। अब वो बागपत के एसपी बनकर समाज के लिए कुछ हटकर करना चाहते हैं।

राजस्थान स्टेट का कोटा ज़िला। यह जनपद इंजीनियरिंग की कोचिंग के साथ साथ कोचिंग हब के रूप में जाना जाता है। यहां जन्म लिया तो बच्चे की तमन्ना भी रहती है कि वो इंजीनियर बनकर देश विदेश में लाखों का पैकेज हासिल कर आरामदायक जीवनशैली गुजारे।

इसी सपने को संजोए कोटा जनपद के कुन्हाड़ी रिद्धि सिद्धि नगर के निवासी अर्पित विजयवर्गीय ने अपनी स्कूलिंग शिक्षा कोटा से ही पूरी की। इंजीनियरिंग का सपना पाले अर्पित विजयवर्गीय ने आईआईटी कानपुर में सिविल इंजीनियरिंग में एडमिशन ले लिया और वह खुद को इंजीनियर बनाने में जुट गए। इसी बीच उनके सीनियर एवं सहयोगी सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुटे रहे। उनको देखकर अर्पित विजयवर्गीय को भी लगने लगा कि उनको इंजीनियरिंग करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी करनी चाहिए। इसी बीच आईआईटी कानपुर में उनके सीनियर यूके में एक बहुत बड़ा पैकेज छोड़कर वापस इंडिया लौटे और उन्होंने सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी। जब यह बात अर्पित को पता चली तो उन्होंने ठान लिया कि उनको भी सिविल सर्विसेज में जाना है। हालांकि आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग करने के बाद उनको 8 लाख के पैकेज की बैंक में नौकरी मिल चुकी थी। लेकिन अब उनको सिविल सर्विसेज में जाने की इच्छा हो गई थी। अर्पित विजयवर्गीय अपने पहले प्रयास में सिर्फ सिविल सर्विसेज का प्री एग्जाम ही क्लियर कर पाए थे। उसके बाद दूसरे और तीसरे प्रयास में वह प्री के बाद मेंस एग्जाम भी क्लियर कर चुके थे। लेकिन तीसरी बार तक वह इंटरव्यू क्लीयर नहीं कर पाए थे। चौथे प्रयास में अर्पित विजयवर्गीय ने प्री, मेंस एग्जाम क्लियर करने के बाद इंटरव्यू को सक्सेसफुल पास कर लिया था। अर्पित विजयवर्गीय सिविल इंजीनियर से सिविल सविर्सेज का एग्जाम पास कर आईपीएस अफसर बन गए और उनको यूपी स्टेट का 2017 बैच अलॉट हुआ।

आईपीएस बनने के बाद अर्पित विजयवर्गीय ने बरेली में अंडर ट्रेनिंग अफसर के रूप में काम किया तो सहारनपुर जनपद में वो सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में तैनात रहे।

शांत स्वभाव के अर्पित विजयवर्गीय अब तक मुज़फ्फरनगर में एसपी सिटी रहे। लेकिन अब उन्हें दिल्ली से सटे बागपत जिले का एसपी बनाकर नई जिम्मेदारी सौंपी गई है, देखना होगा की अपराध प्रभावित बागपत जिले में वे चुनौतियों का किस तरह सामना कर पाते हैं ।

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