इंस्टाग्राम पर एयरलाइंस में नौकरी का विज्ञापन देखकर 50 लोगों ने अप्लाई किया और खाली हो गया खाता

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संवाददाता

नई दिल्ली। मध्य जिले के साइबर शाखा ने एयरलाइनों में नौकरी दिलाने के नाम पर निर्दोष लोगों को ठगने वाले जालसाज गिरोह के मास्टर माइंड सरगना को गिरफ्तार किया है। ये गिरोह एयरलाइन में नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को लिंक भेजकर उन्हें ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाता था।

मध्य जिले के डीसीपी संजय सैन ने बताया कि पकड़े गए जालसाज से 03 मोबाइल फोन, 04 सिम कार्ड, 03 डेबिट कार्ड और 60,000/- रुपये नकद बरामद किए गए है। डीसीपी के मुताबिक दिसंबर, 2022 में प्रवीण कुमार एनसीआरपी पर एक ऑनलाइन शिकायत दर्ज की थी जिसमें कहा गया था कि उनकी पत्नी ने एयरलाइंस में रिक्तियों के संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “इंस्टाग्राम” पर एक विज्ञापन देखा था। दिए गए लिंक को खोलने पर, उसे दूसरी आईडी “एयरलाइनजोबॉलइंडिया” पर भेज दिया गया। उसने दिए गए प्रारूप में अपना विवरण भर दिया और मांगे जाने पर उसे ऑनलाइन जमा कर दिया।

पीड़ित के मुताबिक इसके बाद, उसे दिए गए मोबाइल फोन पर एक टेलीफोनिक कॉल प्राप्त हुई। फोन करने वाले ने खुद को एयरलाइंस की भर्ती सेवा से राहुल के रूप में पेश किया। उसने कहा कि उसका फॉर्म स्वीकार कर लिया गया है और उसे रुपये जमा करने के लिए कहा है। 750 पंजीकरण शुल्क के रूप में उसने फीस जमा कर दी। बाद में गेट पास शुल्क, बीमा, सुरक्षा राशि के नाम पर उनसे 1000 रुपये की राशि जमा करा ली।

राहुल द्वारा बार-बार किसी न किसी बहाने पैसे की मांग करने के कारण पीड़िता के मन में शक पैदा हो गया। लेकिन तब तक उसके खाते से 8.69 लाख। रुपए निकल गए। बाद में उसे ठगी का पता चला तो मामले की सूचना पुलिस को दी गई। जांच की गई और जिस बैंक खाते में राशि जमा की गई थी उसका विवरण एकत्र किया गया। साथ ही उपलब्ध नंबरों की सीडीआर भी हासिल की।

पूछताछ में पता चला कि कोटक महिंद्रा बैंक का उक्त खाता एक सलोनी के नाम से था। उक्त खाते के विवरण का विश्लेषण करने पर पता चला कि उस खाते में कई लेन-देन थे जिससे संदेह पैदा हुआ कि वह अन्य लोगों को भी धोखा दे रहा था। मध्य जिले के साइबर थाने में मामला दर्ज होने के बाद एसीपी ऑपरेशन सेल अजय कुमार सिंह की निगरानी में एसएचओ खेमेंद्र पाल सिंह , एसआई दीपक, दीपक फोगट, हेड कांस्टेबल सतीश, सागर, जय किशन की टीम बनाई गईं। पुलिस ने संदिग्ध व्यक्तियों के बैंक विवरण और सीडीआर प्राप्त किए । उनके खाते में लेन-देन का विश्लेषण किया गया । बैंक रिकॉर्ड में उपलब्ध पता फर्जी पाया गया। बैंक खाता ऑनलाइन मोड के माध्यम से खोला गया था। बैंक स्टेटमेंट के विश्लेषण से पता चला कि ज्यादातर पैसे की निकासी हिसार हरियाणा से की गई थी।

पुलिस के मुताबिक आरोपी के मोबाइल फोन की लोकेशन भी हिसार में थी। टीम ने हिसार में मुख्य अपराधी रोहित को नई अनाज मंडी से गिरफर, कर लिया।

पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह करीब डेढ़ साल से ठगी कर रहा था। उसने ठगी का ये काम पानीपत में रहने वाले अपने दोस्त सागर से सीखा था उसने बताया कि वह कोविड महामारी के कारण लगभग 2 साल से बेरोजगार था , तभी वह सागर के संपर्क में आया जो हिसार के एक कॉल सेंटर में काम करता था। उसने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी प्रोफाइल बनाने की तरकीब बताई।

जिसके बाद रोहित ने “एयरलाइनजोबॉलइंडिया” के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम आईडी बनाई और उस पर नौकरी के लिए विज्ञापन डाला। वह करीब 2 साल में कई बेगुनाह लोगों को ठगा। वह बीच-बीच में बैंक खाते और मोबाइल सिम कार्ड बदलता रहा। रोहित के 4 बैंक खातों के व की जांच की गई जिसमें लगभग तीस लाख रुपए जमा पाए गए। आरोपित ने एक ही तरीके से 50 से अधिक लोगों से ठगी की है।

वह अविवाहित हैं, उसके पिता हरियाणा सरकार में चपरासी हैं।

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