संवाददाता
हरिद्वार । उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित बेहेट एक युवक ने खुद को डीसीपी बनाने के लिए नक़ली डिग्री तो बनाईं ही साथ ही नक़ली डिग्री के बल पर सगाई भी कर ली। किंतु उसका यह नक़ली डिग्री से रचा गया खेल ज्यादा दिनों तक नहीं चल सका। उत्तराखंड में मौजूद धर्म की नगरी हरिद्वार में अधर्म करते इस मास्टरमाइंड महा ठग को पुलिस ने गिरफ्जार कर लिया है। इसका नाम वसीम आजम है। गिरफ्तार महाठग सहारनपुर यूपी के बेहट का मूल निवासी है।
एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले ही थाना बहादराबाद में एक शख्स ने मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें बताया गया था कि उसकी बहन से जिस शख्स की शादी दो दिन बाद होने वाली है। उस इंसान (दूल्हा बनने जा रहे युवक पर) की कुछ गतिविधियां संदिग्ध हैं। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तफ्तीश शुरू की तो आरोप सही पाए गए. पुलिस टीमों ने पीछा करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार मास्टरमाइंड ने पहले तो खुद को फर्जी अफसर बताया। छान बीन करने पर सारा भेद खुल गया। युवक के कब्जे से आईपीएस ड्रेस में 2 फोटो तथा डीसीपी की 8 फर्जी आईडी बरामद हुई हैं। दरअसल वसीम ने स्वयं को सीबीआई डीसीपी बताते हुए वर्तमान पोस्टिंग पटियाला बताया था। युवती के परिजनों को शादी के दो दिन पहले युवक पर शक हुआ था।
हरिद्वार पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के उपरांत छानबीन करते हुये सीबीआई ब्रांच दिल्ली और देहरादून में दस्तावेजों को खंगालने के बाद कथित फर्जी सीबीआई डीसीपी को बेहट सहारनपुर से गिरफ्तार किया है। पकड़े गये युवक की पहचान वसीम आजम पुत्र समीम निवासी ग्राम सधोली कदीम थाना बेहट, सहारनपुर हुई है। छानबीन के दौरान ज्ञात हुआ आरोपी वसीम आजम ने आईडी व फोटोग्राफ फोटोशॉप से फर्जी तैयार कर कर रखे थे।