संवाददाता
नई दिल्ली। दिल्ली के मोस्ट वांटेड गैंगस्टर्स में से एक दीपक पहल उर्फ बॉक्सर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम ने मेक्सिको में गिरफ्तार किया है। उसको इस हफ्ते के आखिरी तक भारत लाए जाने की तैयारी है। फर्जी पासपोर्ट पर भागे दीपक पहल उर्फ दीपक बॉक्सर को गिरफ्तार करने में अमेरिका की फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन यानी FBI ने दिल्ली पुलिस की मदद की। दीपक बॉक्सर यहां गोगी गैंग चला रहा था और पिछले महीने की 23 तारीख को खबर आई थी कि वह विदेश भाग गया है। उसके कनेक्शन लॉरेन्स बिश्नोई गैंग और गोल्डी बराड़ से भी बताए जाते हैं।
स्पेशल सेल के एक अधिकारी ने बताया है कि दिल्ली-एनसीआर के मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर में शामिल दीपर बॉक्सर को एक-दो दिन में भारत लाया जाएगा। दीपक बॉक्सर ने मुरादाबाद से रवि अंतिल के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाया था और कोलकाता से फ्लाइट पकड़कर मेक्सिको पहुंच गया था। दिल्ली के बिल्डर अमित गुप्ता की हत्या के मामले में दीपक बॉक्सर ने फेसबुक लाइव करके कहा था कि यह हत्या उसने ही करवाई है।
कौन है दीपक पहल उर्फ दीपक बॉक्सर?
हरियाणा के सोनीपत जिले के गनोर गांव के दीपक पहल को लोग पहलवान या दीपक बॉक्सर के नाम से बुलाते हैं। 15 साल की उम्र में वह जूनियर लेवल पर जबरदस्त बॉक्सर था। 57 किलोग्राम वर्ग में वह जूनियर नेशनल चैंपियन भी बना। अचानक से उसे अपराध की दुनिया का रास्ता पकड़ लिया और कुछ ही सालों में मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों की लिस्ट में शामिल हो गया। एक खिलाड़ी को मुक्का मारने के बाद सस्पेंड किए गए दीपक ने स्पोर्ट्स कोटे से नौकरी पाने की कोशिश की लेकिन जब वह भी नहीं मिली तो वह अपराधी बन गया।
कुछ दिनों बाद ही वह गोगी गैंग के मुखिया जितेंद्र मान उर्फ गोगी के संपर्क में आ गया। गोगी अपनी गैंग में ऐसे ही लोगों और खिलाड़ियों को शामिल करता था। गोगी ने दीपक को भी आलीशान जिंदगी और गाड़ी-बंगले के सपने दिखाए। साल 2016 में गोगी जेल से फरार हो गया। उस वक्त दीपक बॉक्सर का नाम सामने आया लेकिन उसे जल्दी ही जमानत मिल गई।
परिवार ने तोड़ लिए रिश्ते
कभी जिस दीपक पहल को पूरा गांव कंधे पर बिठाकर जश्न मनाता था वह अब गांव वालों के साथ-साथ घर के लिए भी मुसीबत बन गया था। उसके घरवालों ने अखबार में छपवा दिया कि दीपक से उनका कोई लेनादेना नहीं है। दीपक के बारे में कहा जाता है कि वह जेल से कैदियों को भगाने में माहिर है। ऐसे ही उसने कुलदीप फजा को भगाने में मदद की थी और पुलिस की आंखों में लाल मिर्च पाउडर झोंक दिया था। हालांकि, कुलदपी फजा 72 घंटों के अंदर ही एनकाउंटर में मारा गया था। दीपक पहल दिल्ली पुलिस की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में था और उसके सिर पर 2 लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था।
साल 2021 में जितेंद्र मान उर्फ गोगी को रोहिणी कोर्ट में गोली मार दी गई। उसके बाद से दीपक बॉक्सर ही इस गैंग को चला रहा है। उसके खिलाफ, हत्या के प्रयास, रंगदारी, हत्या, अवैध हथियार और पुलिस की कैद से आरोपी को छुड़ाने जैसे कई गंभीर मामले चल रहे हैं। बिश्नोई गैंग की मदद से वह भारत से मेक्सिको गया था लेकिन अब वह पकड़ा जा चुका है।