फरीदाबाद। युवती के नाम से जारी सिम से मुंबई में मनी लॉन्ड्रिंग का भय दिखाकर ठगी कर ली गई। पहले ट्राई के कर्मचारी बनकर और फिर पुलिसकर्मी बनकर युवती को आरोपियों ने डराया। खाते में मौजूद राशि की जांच के नाम पर 1 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए गए। लेकिन 24 घंटे बाद भी राशि रिफंड नहीं की गई तो साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई। मामले में अब साइबर क्राइम थाना बल्लभगढ़ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। ठगी को लेकर पुलिस को यह शिकायत बल्लभगढ़ सेक्टर-65 एरिया की रहने वाली युवती ने दी है। युवती का कहना है कि 12 दिसंबर को एक नंबर से दोपहर के समय कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ट्राई -टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी आफ इंडिया का अधिकारी बताया। उसने कहा कि आपके नाम पर एक सिम चल रही है और मुंबई में इस नंबर का प्रयोग कर मनी लॉन्ड्रिंग की गतिविधि की जा रही है। उसने कहा कि आप इसमें शामिल नहीं हैं तो मुंबई पुलिस से संपर्क करें। बाद में युवती को व्हाट्सएप कॉल आई और पुलिसकर्मी बनकर युवती से बात कर डराया गया। आरोपी बोले कि आपके खाते में मौजूद राशि को चेक करना पड़ेगा। राशि यदि मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल नहीं पाई गई तो 24 घंटे में रिफंड कर दी जाएगी। युवती से 2 ट्रांजेक्शन में 1 लाख रुपये ट्रांसफर करा लिए गए। लेकिन बाद में आरोपियों ने रिफंड नहीं किया और उनसे संपर्क भी नहीं हो सका। 13 दिसंबर को साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई गई। जिस पर अब साइबर क्राइम थाना बल्लभगढ़ पुलिस ने ठगी की एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है। साइबर पुलिस अब आरोपियों के मोबाइल नंबरों व बैंक खातों की डिटेल के आधार पर जांच कर रही है।