उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश पुलिस की कमान संभालने के बाद डीजीपी प्रशांत कुमार ने रविवार शाम प्रदेश के सभी जिलों के एसपी, आईजी रेंज, एडीजी जोन और सभी पुलिस कमिश्नर को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए हैं. डीजीपी प्रशांत कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए फील्ड में तैनात सभी अफसर को महिला संबंधी अपराध पर त्वरित कार्रवाई कर अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने का आदेश दिया है। डीजीपी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग में निर्देश जारी किए कि अपराधियों पर प्रभावी नियंत्रण रखा जाए तथा माहौल बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्यवाही की जाए। हिस्ट्रीशीटर की चेकिंग, सत्यापन प्रभावी रूप से कराया जाए।अपराधियों के विरूद्ध दबिश की कार्यवाही पूरी तैयारी के साथ की जाए। पुलिस कर्मियों द्वारा डयूटी के दौरान अधिक से अधिक बॉडी वार्न कैमरे का प्रयोग किया जाए। किसी भी घटना की सूचना में मौके पर पहुंचने का रिस्पांस टाइम कम से कम होना चाहिए। सोशल मीडिया टीम 24X7 सोशल मीडिया के प्रत्येक प्लेटफार्म पर निगरानी / सर्तक दृष्टि रखें तथा मुख्यालय स्थित सोशल मीडिया टीम से समन्वय बनाये रखते हुये किसी भी भ्रामक/आपत्तिजनक पोस्ट का तत्काल संज्ञान लेकर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करें। महिलाओं एवं बच्चों से सम्बन्धी मामलों में अत्यधिक संवेदनशीलता रखते हुये प्रभावी कार्यवाही की जाए। एंटी रोमियो squad को प्रभावी बनाकर क्षेत्र में तैनात किया जाए। नियमित रूप से पैदल गश्त (फुट पेट्रोलिंग) किया जाए। पैदल गश्त स्थान बदल-बदल कर किया जाए, जिससे महत्वपूर्ण स्थलों पर पुलिस दिखाई देती रहे तथा जनमानस से निरंतर सम्पर्क व संवाद बना रहे। जनता से संवाद स्थापित कर जनसुनवाई को प्रभावी करे, igrs की शिकायतें समयबद्ध निस्तारित हो। जनता एवं जनप्रतिनिधियों आदि से निरंतर फीड बैक लिया जाए. ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेन्ट का प्रयोग करते हुये जन सामान्य से पुलिस का व्यवहार अच्छा हो तथा कम्युनिटी पुलिसिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। भष्ट्राचार के प्रति जीरो टॉलरेन्स की नीति का पूर्णतः पालन किया जाए। आगामी लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत रिर्सोसेज एवं पुलिस बल की आवश्यकता का पूर्व से मूल्यांकन कर लिया जाए. मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में पीए सिस्टम की क्रियाशीलता सुनिश्चित की जाए तथा पोस्टर पार्टी को सक्रीय रखा जाए। धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के दृष्टिगत नियमित सतर्क दृष्टि रखी जाए एवं आवश्यकतानुसार पुलिस बल का व्यवस्थापन किये जाएं। साम्प्रदायिक व जातीय विवाद से सम्बंधित किसी भी घटना को अत्यंत गम्भीरता पूर्वक लेते हुये त्वरित वैधानिक कार्यवाही की जाए। अवैध रूप से व्यवस्थापित एवं मानक के विरूद्ध ध्वनि विस्तारित यंत्रों का प्रयोग करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।