स्टोर में हुये गबन को बताया जा रहा है कारण
नई दिल्ली। कलावती हॉस्पिटल में हाल ही में स्टोर रूम का इंचार्ज बनाये गए एक अवर डिवीजन क्लर्क(यूडीसी) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर दी। मौके से कोई सुसाइड नोट नही मिला है। हालांकि इस आत्महत्या के पीछे स्टोर में हुए ला ताई जा रही है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार मोहन चंद्रा(50) कलावती हॉस्पिटल में यूडीसी के पद पर कार्यरत थे। मोहन चंद्रा को अभी हाल ही में हॉस्पिटल के स्टोर का इंचार्ज बना दिया गया था। इसके पहले स्टोर के इंचार्ज को माल की हेराफेरी और गबन करने के आरोप में सस्पेंड कर हटा दिया गया था। मोहन चंद्रा ने देर रात स्टोर में ही फांसी लगा ली। एक नर्स ने दरवाजा खटखटाया लेकिन जब अंदर से कोई जवाब नही आया तो उसने मामले की जानकारी हॉस्पिटल प्रशासन को दी। खिड़की से देखा गया तो मोहन चंद्रा फांसी से झूल रहे थे। लोगों ने फौरन ही मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार स्टोर का इंचार्ज बनाए जाने के बाद मोहन काफी तनाव में चल रहे थे। प्रशासन ने मोहन से पहले हुए गबन और घोटाले से जुड़ी फाइल एक ह ते में देने को कहीथी। जिससे लेकर वे तनाव में थे।