सिक्किम। सिक्किम में बादल फटने की वजह से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ से सेना के 6 जवानों समेत 19 लोगों की मौतें हो गई है। वहीं, बाढ़ में अबतक 23 सेना के जवानों के साथ में 100 से ज्यादा लोग लापता हो गए हैं। बाढ़ से राज्य में भारी पैमानें पर नुकसान हुआ है। इस बीच सेना के लापता जवानों को खेजने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं। गुवाहाटी में डिफेंस के पीआरओ ने बताया कि लापता भारतीय सेना के जवानों की तलाश जारी है। पीआरओ ने कहा, ” खोज अभियानों में मदद के लिए टीएमआर दल (तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू), ट्रैकर कुत्ते, विशेष राडार जैसे अतिरिक्त संसाधन लाए गए हैं। लापता सेना के जवानों को खोजने के अलावा भारतीय सेना उत्तरी सिक्किम में फंसे लोगों और पर्यटकों को भोजन, चिकित्सा सहायता और संचार सुविधाओं में मदद कर रही है। पीआरओ डिफेंस ने बताया, “हम तीस्ता बैराज के निचले इलाकों में लापता सैनिकों की तलाश कर रहे हैं। सिंगताम के पास बुरदांग में घटना स्थल पर सेना की गाड़ियों को खोदकर निकाला जा रहा है और सामानों को बरामद किया जा रहा है। खोज अभियान में मदद के लिए तिरंगा माउंटेन रेस्क्यू, ट्रैकर कुत्तों, विशेष राडार की टीम और अतिरिक्त संसाधन लाए गए हैं। पीआरओ ने आगे बताया कि इस बीच, त्रिशक्ति कोर भारतीय सेना के जवान लाचेन-चाटन, लाचुंग और चुंगथांग के क्षेत्रों में मौजूद 1471 पर्यटकों का पता लगाया है। 6 अक्टूबर को मौसम में सुधार के साथ, हेलीकॉप्टरों द्वारा फंसे हुए पर्यटकों को निकालने का अवसर मिल सकता है। इसकी योजना राज्य सरकार, भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना द्वारा संयुक्त रूप से बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि नुकसान का आकलन करने और सड़क संपर्क की बहाली की योजना के लिए सभी एजेंसियों द्वारा सर्वेक्षण किया जा रहा है। वाहनों के आवागमन के लिए सिंगल लेन की सफाई के साथ सिंगतम और बुरदांग के बीच सड़क संपर्क बहाल कर दिया गया है।