सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले में ह्यूमन ट्रैफिकिंग का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। यहां से नाबालिग का अपहरण कर उसे भोपाल ले जाकर 62 हजार रुपए में बेच दिया गया। पुलिस ने इस मामले में दो महिला समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। साढ़े तीन महीने बाद नाबालिग को पुलिस ने मुक्त कराया। सतना जिले के रामनगर थाना क्षेत्र से 15 वर्षीय लडकी गत 15 जून 2023 को लापता हुई थी। सतना पुलिस ने भोपाल में दबिश दी और नाबालिग को मुक्त कराया। पुलिस ने पीड़िता के बयान लिए, जिसके बाद दो महिलाओं समेत 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इस संबंध में रामनगर टीआई संतोष तिवारी ने बताया कि गत 15 जून की शाम राजू मेवाड़ा ने नाबालिग को अगवा कर लिया था। जिसके लेकर वह अपनी साली भूरी कोल ग्राम झिरिया स्थित घर पर पहुंचा। यहां उसे दो दिन तक रखा गया। इसके बाद नाबालिग को राजू, उसकी पत्नी मीता और साली भूरी मैहर ऑटो से लेकर गए। वहां पर सुनील गौर भी था। राजू ने अपनी साली और पत्नी को 20 हजार रुपए देकर बालिका को सुनील गौर के साथ भोपाल ले जाने के लिए कहा। नाबालिग को साथ लेकर महिलाएं भोपाल पहुंचीं जहां पर सुनील द्वारा राजू को 40 हजार रुपए और दिए गए। सुनील ने भोपाल में नाबालिग से जबरन शादी की, इसके बाद उसका दैहिक शोषण करना प्रारंभ कर दिया। मामले में कुल 62 हजार रुपए का लेन देन जांच और बयान के बाद पाया गया। पीड़िता के बयान के बाद पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। आरोपियों में राजू मेवाड़ा पिता मनोहर सिंह मेवाड़ा 29 वर्ष, मीता रावत पति राजू मेवाड़ा 28 वर्ष दोनों निवासी खजुरी सड़क फंदा कला थाना खजुरी सड़क जिला भोपाल, सुनील गौर पिता रामरतन पटेल 22 वर्ष निवासी कचनारिया थाना श्यामपुर जिला सीहोर एवं भूरीबाई कोल पति शिवदास कोल 28 वर्ष निवासी ग्राम झिरिया थाना रामनगर जिला सतना शामिल हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने एक सेंट्रो कार भी जब्त की है।