नई दिल्ली। दिल्ली स्थित एम्स में आग लगने की घटना के एक दिन बाद मंगलवार सुबह अस्पताल की इमरजेंसी सेवाएं दोबारा शुरू कर दी गई हैं। इसलिए एम्स की इमरजेंसी में अब मरीज भर्ती लिए जाने लगे हैं। इससे दूर दराज से गंभीर बीमारियों के साथ इलाज के लिए पहुंचने वाले मरीजों को बड़ी राहत मिली है। इसके अलावा रेडियोलाजी जांच और पेट स्कैन जांच की सुविधाएं भी सामान्य हो गई है। लेकिन रूटीन एंडोस्कोपी का प्रोसीजर अभी प्रभावित हैं। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले सोमवार को सुबह करीब 11.30 बजे एम्स के पुराने ओपीडी ब्लाक के दूसरे तल पर एंडोस्कोपी कक्ष के नजदीक स्थित स्टोर में आग लग गई थी। इस वजह से एंडोस्कोपी की सुविधा बंद कर दी गई थी। इसके अलावा इमरजेंसी से करीब 70 मरीजों को दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया था। इमरजेंसी के बाहर वेटिंग एरिया से भी करीब 50 मरीजों को वहां से दूसरे अस्पताल में भेज दिया गया था। साथ ही पुराने ओपीडी ब्लाक में सीटी स्कैन, एमआरआइ और अल्ट्रासाउंड जांच रोक दी गई थी। ये सेवाएं 18 -20 घंटे प्रभावित रही। इससे मरीजों को इलाज में परेशानी का सामना करना पड़ा। लेकिन अब इमरजेंसी सेवाएं शुरू होने से मरीजों को राहत मिली है। रूटीन एंडोस्कोपी नहीं होने से पेट की बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए थोड़ी परेशानी बरकरार है। संस्थान के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने बताया कि एम्स में प्रतिदिन करीब 100 मरीजों की एंडोस्कोपी होती है। रूटीन एंडोस्कोपी के लिए ओटी ब्लाक में सुविधा विकसित की जा रही है। इसलिए रूटीन एंडोस्कोपी भी जल्दी शुरू कर दी जाएगी। हड्डियों की बीमारी से पीड़ित मरीजों की सर्जरी की व्यवस्था इमरजेंसी आपरेशन थियेटर में की गई है।