नई दिल्ली। मणिपुर में दो महिलाओं को कुछ लोग निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाने का 4 मई का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो को लेकर सरकार ने ट्विटर और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को आदेश जारी कर दो मणिपुरी महिलाओं को नग्न घुमाने के वायरल वीडियो को शेयर न करने का निर्देश दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लिए भारतीय कानूनों का पालन करना अनिवार्य है क्योंकि मामले की अभी जांच चल रही है। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी। वहीं दिल्ली महिला आयोग की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने इस मामले पर कहा कि मणिपुर से बहुत ही ज्यादा दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है जिसको देखकर मैं पूरी रात सो नहीं पाई हूं। ये घटना ढाई महीने पहले की है और थ्प्त् दर्ज हुआ लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मुझे शर्म आ रही है कि केंद्र सरकार पिछले तीन महीने से चुप बैठी है और पीएम ने इस पर एक भी बयान नहीं दिया है। मैं आज मणिपुर के सीएम और पीएम मोदी को एक पत्र लिख रही हूं कि मणिपुर में हिंसा खत्म करने और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस मामले में शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि कल देश के सामने मणिपुर से दो महिलाओं के साथ जघन्य अपराध का वीडियो आया…ऐसी घटना देश को शर्मसार करती है…एक महिला सांसद होने के नाते मैं मणिपुर पर चर्चा चाहती हूं। पीएम को अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और सदन में बोलकर लोगों को जवाब देना चाहिए…महिला एवं बाल कल्याण विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कभी इस पर बात नहीं की, लेकिन अब जब उन पर दबाव है तो वह कहती हैं कि उन्होंने सीएम से बात की…देश की सबसे अक्षम मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। आज संसद में यह पहला मुद्दा होगा।