नई दिल्ली। अभद्र भाषा के इस्तेमाल के मामले में दिल्ली पुलिस ने पहलवानों को क्लीन चिट दी है। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को रेसलर विनेश फोगट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक के खिलाफ एफआर दर्ज करने को लेकर की शिकायत के मामले में शुक्रवार को रिपोर्ट पेश की। जिसमें कहा गया कि रेसलर्स ऐसा कोई संज्ञेय अपराध नहीं किया है, जैसा कि कथित रूप से आरोप लगाए लगाए गए हैं। शुक्रवार को अदालत में पेश की गई दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट में शिकायतकर्ता द्वारा प्रदान किए गए एक वीडियो का हवाला दिया। पुलिस ने कहा कि पहलवानों ने जंतर-मंतर ना ही भड़काऊ नारे लगाए और ना ही किसी अभद्र भाषा का प्रयोग किया। पुलिस ने अदालत को बताया कि शिकायतकर्ता की ओर अपने आरोप के सपोर्ट में दिए गए वीडियो क्लिप में अभद्र भाषा का कोई संज्ञेय अपराध नहीं बनता। प्रदर्शनकारी पहलवान वीडियो क्लिप में ऐसा कोई नारा लगाते नहीं दिख रहे हैं, जिससे किसी भी प्रकार समाज में नफरत फैले। पुलिस ने कहा कि चांज में ये पाया गया कि कुछ अज्ञात सिख प्रदर्शनकारियों को जंतर-मंतर पर पीएम मोदी के खिलाफ ऐसे नारे लगाए थे। शिकायत में शिकायतकर्ता ने दिल्ली के जंतर मंतर मैदान में पहलवानों पर घृषित भाषा के इस्तेमाल का आरोप लगाया था। मामले में दो शिकायतें दर्ज की गई थीं। जिस पर अदालत ने 25 मई को सुनवाई के दौरान पुलिस को रिपोर्ट देने को कहा था। बता दें कि पहलवानों के महीने भर विरोध के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने रेसलर्स के साथ छह घंटे तक बैठक की। जिसके बाद पहलवानों ने बुधवार को अपना विरोध प्रदर्शन 15 जून तक के लिए स्थगित कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार उनके खिलाफ सभी आपराधिक मामलों को वापस लेने सहित कई मुद्दों पर सहमत है। केंद्रीय मंत्री ने कहा के पहलवानों के साथ शोषण मामले में पुलिस बृजभूषण शरण सिंहके खिलाफ 15 जून तक आरोपपत्र दायर कर देगी