अलवर। अलवर जिले के राजगढ़ कस्बे की रैणी पंचायत समिति के खुर्द गांव में दूषित मावे से बनी कुल्फी खाने से 70 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं. इनमें बच्चे और वयस्क भी हैं। इन लोगों को उपचार के लिए राजगढ़, रैणी एवं बांदीकुई के चिकित्सालयों में भर्ती कराया गया है। खुर्द गांव निवासी लल्लूराम मीना और हरिओम मीना आदि ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार शाम एक व्यक्ति मावे से निर्मित कुल्फी बेचने गांव में आया था। उससे कुल्फी खरीदकर बच्चों तथा वयस्क लोगों ने खाई थी। कुल्फी खाने के करीब 2 घण्टे बाद उन्हें उल्टी, दस्त व पेट दर्द होने लगा। जिन्हें उपचार के लिए राजगढ़ चिकित्सालय ले जाया गया। इनमें से 11 बच्चों लव, इंदु, रवि, पुलकित व दिव्या को प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में राजगढ़ से अलवर रेफर कर दिया गया. इसके अलावा विजय, प्रिया, पवन, मयंक, आशाराम, अजय, विष्णु, लव, मनीषा, राहुल, अंशु, प्रकाश, अनुष्का, मयंक, गिलकेश, प्रियांशु सहित करीब 44 का राजगढ़ चिकित्सालय में उपचार जारी है. कम से कम 10 लोगों को बांदीकुई चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया है, जिनमें से दो लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद जयपुर रेफर कर दिया गया है। उधर, रैणी चिकित्सालय में 8 लोगों का उपचार जारी है।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. रमेश मीना चिकित्सालय में कैम्प किये हुए हैं. उनके निर्देशन में मेडिकल टीम उपचार में लगी हुई है। सूचना पर डीएसपी हरिराम मीना, थानाधिकारी रामजीलाल मीना, एएसआई हीरालाल पुलिस (च्वसपबम) जाप्ते के साथ चिकित्सालय पहुंचे तथा पीड़ित बच्चो के परिजनों से जानकारी जुटाई। गांव में आइसक्रीम बेचने के बाद कुल्फी वाला चला गया। उसके बाद यह घटनाक्रम हुआ। अब पुलिस और ग्रामीण उसकी तलाश कर रहे हैं। खाद्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सैंपल लेने के लिए कुल्फी वाला और सामान जरूरी है। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक उसका कोई अतापता नहीं चला है। उल्टी दस्त होने का प्रारंभिक कारण दूषित पदार्थो का सेवन होता है। पहली नजर में ऐसा प्रतीत होता है कि कुल्फी में दूषित सामान की मिलावट थी।