संवाददाता
नई दिल्ली। दक्षिण-पश्चिमी जिला पुलिस ने देश की राजधानी दिल्ली से पिछले एक साल में सौ से ज्यादा चोरी की कारों का मेघालय से रजिट्रेशन कराने के बाद देश के दूसरे राज्यों में बेचने वाले गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली जिला पुलिस की एएटीएस टीम ने दिल्ली, मेरठ, मेघालय, बिहार, बंगाल, हरियाणा और झारखंड में छापेमारी कर गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है।
साउथ वेस्ट डीसीपी मनोज सी ने बताया कि आरोपितों की पहचान फरीदाबाद के कपिल भड़ाना, ग्रेटर नोएडा के मोहम्मद समी, मेरठ के याह्या उर्फ शादाब और कोलकाता के नौशाद के रूप में हुई है। आरोपितों के कब्जे से पुलिस को कुल 12 वाहन, डुप्लीकेट चाबी और नकली नंबर प्लेट बरामद हुए हैं। फिलहाल पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर गिरोह के बाकी सदस्यों की जानकारी जुटा रही है।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि वाहन चोरी निरोधक दस्ता (एएटीएस) के इंचार्ज गौतम मालिक की टीम जिले में वाहन चोरी के मामलों की जांच कर रही थी। कई घटनाओं की सीसीटीवी फुटेज से पुलिस को एक शख्स के बारे में जानकारी मिली। एसआई संजीव बालयान ने इसके बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि फरीदाबाद में रहने वाला सुमित चोरी की लग्जरी कारों से विदेशी शराब की तस्करी करता है।
पुलिस ने सुमित की गिरफ्तारी के लिए फरीदाबाद में छापा मारा, जहां से पुलिस ने सुमित के गैंग के कपिल भड़ाना को चोरी की कार के साथ गिरफ्तार किया। वहीं, सुमित के घर से भी चोरी की एक कार बरामद की गई। कपिल ने पूछताछ में बताया कि वह सुमित के लिए शराब तस्करी का काम करता है। वे लोग बिहार में विदेशी शराब की तस्करी करते हैं क्योंकि वहां शराब पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
बिहार जाने के लिए वे लग्जरी कार का इस्तेमाल करते थे, जिससे कि पुलिस को आसानी से चकमा दे सकें। कपिल ने बताया कि वह चोरी की कार मोहम्मद सामी से खरीदता था। इसके बाद पुलिस ने नोएडा में छापा मार कर मोहम्मद सामी को भी गिरफ्तार कर चोरी की एक लग्जरी कार बरामद की। मोहम्मद सामी ने बताया कि वह गाड़ी मेरठ के कुख्यात नदीम गैंग से खरीदता है और कमीशन पर बेच देता है। मोहम्मद सामी की निशानदेही पर पुलिस ने नदीम गिरोह के शादाब को गिरफ्तार किया।
पुलिस को पूछताछ में शादाब ने बताया कि वह जमशेदपुर में राजू उर्फ नौशाद को गाड़ी बेचता है। नौशाद बंगाल के कोलकाता का रहने वाला है। इस पर पुलिस ने छापा मारकर नौशाद को कोलकत्ता से गिरफ्तार कर लिया। नौशाद के पास से पुलिस ने नौ लग्जरी गाड़ी, 10 चाबियां, कारों के लाक तोड़ने के औजार, फर्जी नंबर प्लेट बरामद किया। आरोपित ने पुलिस को बताया कि वह गाड़ी लेने के बाद उन्हें मेघालय ले जाता था।
जहां गाड़ियों का पंजीकरण कराया जाता था और उनकी पंजीकरण संख्या बदलने के बाद उन्हें दूसरे राज्यों में बेच दिया जाता था। नौशाद में बताया कि वह पांच से आठ लाख में लग्जरी गाड़ी खरीदता था और फिर उन्हें अच्छे दामों में बेच दिया करता था। आरोपित ने यह भी बताया कि वह पिछले एक साल में सौ से ज्यादा गाड़ी दिल्ली से लाकर बेच चुका है।