–क्राइम ब्रांच ने महिला समेत चार को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली। घर का कमाऊ पति जब पागल हुआ तो पांच बच्चों और सास ससुर के खर्च की जिम्मेदारी उसके सिर पर आ गयी। पैसे की जरूरत के लिये उसने तस्करों के साथ मिलकर मादक पदार्थों की तस्करी का काम शुरू कर दिया। इसी कड़ी में एक युवक ने भी जल्द अमीर बनने के चक्कर में गांजा की तस्करी शुरू कर दिया। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की आंखों से यह तस्कर बच नहीं सकें और पुलिस ने ग्यारह लाख के गांजा और ढाई लाख का पॉपी स्ट्रा बरामद कर महिला समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इन चार लोगों से क्राइम ब्रांच पूछताछ कर रही है।
क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि भोपाल की रहने वाली सुनीता नामक महिला मजनू का टीला पर रहकर पॉपी स्ट्रा के बीजों की तस्करी को अंजाम दे रही है। एसीपी वीर सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने देररात दबिश देकर सुनीता को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से ढाई लाख का पॉपी स्ट्रा मिला। पूछताछ में पता चला कि सुनीता की शादी 12 साल पहले गुरमेल सिंह के साथ हुयी थी। इस दौरान सुनीता के पांच बच्चे भी हुये। तीन साल पहले गुरमेल दिमागी रूप से विक्षिप्त हो गया। जिसके बाद सुनीता पर पांच बच्चों और सास-ससुर के खर्च का बोझ आ गया। इसी दौरान उसका सम्पर्क ड्रग्स तस्करों से हो गया और वह इस गोरखधंधे के दलदल में फंसती गयी।
उधर,क्राइम ब्रांच की टीम ने जहांगीरपुरी इलाके से गांजा की तस्करी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुये सुरजिया, ऋषि और विक्रम को गिरफ्तार किया है। इनके पास से २२ किलो गांजा भी बरामद किया गया। जिसके अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में 11 लाख की कीमत बतायी जा रही है। गैंग का लीडर सुरजिया मूलरूप से असम का रहने वाला है। सुरजिया कानपुर स्थित एक प्लास्टिक की कंपनी में नौकरी करता था। जहां उसकी मुलाकात उमेश नामक युवक से हुयी। उमेश ने सुरजिया को पिंटू से मिलवाया और गांजा तस्करी कर अच्छा पैसा कमाने का आश्वासन दिया। सुरजिया तैयार हो गया और बिहार से लाकर दिल्ली समेत यूपी के कई इलाकों में गांजे की तस्करी करने लगा।