नई दिल्ली, 01 मार्च। पश्चिमी जिले के एएटीएस दस्ते ने वाहन चोरी करने वाले एक ऐसे गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है जो नशे की गोलियां खाकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते था।
पुलिस ने पकड़े गए इन दोनों आरोपियों के पास से चोरी की तीन गाड़ियाँ भी बरामद की हैं। पकड़े गए आरोपियों की पहचान तनु और हरदीप उर्फ़ विक्की के रूप में की गई है। पुलिस के मुताबिक यह दोनों पिछले साल दिसंबर में ही जेल से रिहा होकर लौटे थे और बाहर आते ही अपने पुराने काम पर लग गए थे। पकड़ा गया हरदीप न्यू फरेंदा कालोनी के एक मामले में वांटेड भी चल रहा था।
पश्चिमी जिले के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त वी. रंगनाथन ने बताया कि इलाके में लगातार बढ़ रही वाहन चोरी की घटनाओं को देखते हुए जिले के वाहन निरोधक दस्ते को इस तरह के बदमाशों की धरपकड़ में लगाया गया था। एएटीएस को खबर मिली थी कि वाहन चोरी में लगे गैंग के दो सदस्य किसी वारदात को अंजाम देने के लिए इलाके में आने वाले हैं। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एएटीएस टीम ने एक स्थान पर ट्रैप लगाकर दो आरोपियों को पकड़ लिया। पकड़े गए आरोपियों ने अपने नाम तनु और हरदीप बताया की यह दोनों वाहन चुराने वाले गैंग के सदस्य हैं। पकड़ा गया तनु रघुबीर नगर इलाके का रहने वाला है जबकि हरदीप उर्फ़ मिक्की बुराड़ी की तौमर कालोनी का रहने वाला है। तनु पर तीन और हरदीप पर आधा दर्जन मामलों में शामिल रहा है। पुलिस ने पकड़े गए इन आरोपियों के पास से चोरी के तीन वाहन बरामद किये हैं। यह गाड़ियाँ पटेल नगर, राजौरी गर्दन और उत्तम नगर इलाकों से चुराई गई थी। बताया जाता है कि पकड़ा गया हरदीप उर्फ़ मिक्की न्यू फ्रेंड्स कालोनी के एक मामले में वांटेड था, और पुलिस इसे सरगर्मी से तलाश कर रही थी। पुलिस के मुताबिक यह लोग अक्सर जेल आते जाते रहे हैं और पिछले साल दिसंबर में ही यह जेल से बहार आये थे और बाहर आते ही यह दुबारा से गाड़ियों कि चोरी करने लगे थे। इन दोनों की सबसे खास बात यह है कि दोनों दस नंबर वाली नशे की गोलियां खाकर ही वाहन चोरी के लिए निकला करते थे।